!['24 घंटे में कार्रवाई नहीं हुई तो...,' छात्राओं की शर्ट उतरवाने के मामले में बीजेपी ने दी हेमंत सरकार को वॉर्निंग](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202501/6784dafb36b78-jharkhand-former-cheif-minister-on-dhanbad-school-case-132053941-16x9.jpg)
'24 घंटे में कार्रवाई नहीं हुई तो...,' छात्राओं की शर्ट उतरवाने के मामले में बीजेपी ने दी हेमंत सरकार को वॉर्निंग
AajTak
बाबूलाल मरांडी ने सवाल उठाया कि इस गंभीर मामले के बावजूद अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. उन्होंने स्कूल प्रशासन और प्राचार्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और कहा कि प्राचार्य को बर्खास्त किया जाना चाहिए. इसके अलावा बीजेपी ने 24 घंटों का अल्टीमेटम दिया है अगर कार्रवाई नहीं होती तो पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पे उतरेंगे.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने धनबाद के एक स्कूल में 80 बच्चियों के साथ किए गए अपमानजनक और घृणित व्यवहार पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि यह घटना बेहद शर्मनाक है और इस पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए.
बाबूलाल मरांडी ने तत्काल स्कूल और प्राचार्य के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की ही है साथ ही प्राचार्य को बर्खास्त करने की भी मांग की है. उन्होंने कहा, 'झरिया के विधायक रागिनी सिंह ने पूरी घटना की जानकारी उन्हें दी है. वाकई मामला शर्मनाक है. भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति न हो इसके लिए सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.' इसके अलावा बीजेपी ने 24 घंटों का अल्टीमेटम दिया है अगर कार्रवाई नहीं होती तो पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पे उतरेंगे.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, यह घटना बीते 9 जनवरी की है. धनबाद के प्रतिष्ठित स्कूल में 10वीं की छात्राएं प्री बोर्ड के आखिरी पेपर के दिन पेन डे मना रही थीं. छात्राएं अपनी सहेलियों को शुभकामनाएं दे रही थीं और शर्ट पर ऑटोग्राफ दे रही थीं, ताकि ये अच्छी यादें सहेज सकें. छात्राओं का यह जश्न स्कूल की प्रिंसिपल को पसंद नहीं आया और वह इससे नाराज हो गईं. इसके बाद करीब 80 छात्राओं से जबरन शर्ट उतरवा दी. छात्राओं को बिना शर्ट के ब्लेजर में घर भेज दिया गया. छात्राएं रोती रहीं, लेकिन स्कूल प्रबंधन पर इसका कोई असर नहीं हुआ. बार-बार अनुरोध के बावजूद प्रबंधन ने नहीं सुनी. यह घटना CCTV में कैद हो गई और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
स्कूल में हुई इस घटना को लेकर छात्राओं के अभिभावक भड़क गए. नाराज अभिभावकों ने धनबाद की डीसी माधवी मिश्रा से मुलाकात की. उन्होंने प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. अभिभावकों ने प्रिंसिपल के खिलाफ गिरफ्तारी और एफआईआर की मांग की.
अभिभावकों ने कहा कि स्कूल प्रबंधन की इस हरकत से छात्राएं मानसिक तनाव में हैं. उनकी बोर्ड परीक्षा की तैयारी प्रभावित हो सकती है. अभिभावक बच्चियों को समझाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने सवाल किया कि अगर इन लड़कियों में से कोई अपनी जान को खतरे में डालती तो इसका जिम्मेदार कौन होता? डीसी से मिलने अभिभावकों के साथ भाजपा विधायक रागिनी सिंह भी पहुंचीं थीं. अभिभावकों की शिकायत के बाद डीसी ने तुरंत जांच के आदेश दिए और कार्रवाई का आश्वासन दिया. डीसी ने मामले की जांच के लिए एसडीएम, डीईओ और स्थानीय पुलिस की एक टीम गठित की. टीम स्कूल पहुंची और जांच शुरू की.
![](/newspic/picid-1269750-20250212190808.jpg)
प्रयागराज में माघ पूर्णिमा के अवसर पर करीब 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई. इस दौरान शासन-प्रशासन हर मोर्चे पर चौकस रहा. योगी आदित्यनाथ ने सुबह 4 बजे से ही व्यवस्थाओं पर नजर रखी थी. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण ट्रेनों और बसों में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. देखें.
![](/newspic/picid-1269750-20250212003447.jpg)
हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास में शुक्ल पक्ष का 15वीं तिथि ही माघ पूर्णिमा कहलाती है. इस दिन का धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से खास महत्व है और भारत के अलग-अलग हिस्सों में इसे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है. लोग घरों में भी कथा-हवन-पूजन का आयोजन करते हैं और अगर व्यवस्था हो सकती है तो गंगा तट पर कथा-पूजन का अलग ही महत्व है.