10 दिन, 5 परीक्षाएं, 38 लाख छात्र... लीक और शक के बीच झूलता युवाओं का करियर!
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NEET, UGC NET, NCET समेत भारत में आयोजित होने वाली बड़ी परीक्षाओं का हाल बेहाल है. लाखों उम्मीदवार अपने करियर को लेकर चिंता में है. लीक, शक और गड़बड़ियों के चलते परीक्षाएं रद्द या स्थगित हो रही हैं, लेकिन अभी नई परीक्षा तारीखों को लेकर कोई सटीक जानकारी नहीं दी गई है.
NEET UG 2024 पेपर लीक मामले की जांच CBI को सौंप दी गई है. नीट उम्मीदवार, अभिभावक और कई कोचिंग टीचर्स लंबे से इसकी मांग कर रहे थे. सुप्रीम कोर्ट में भी सीबीआई जांच की मांग समेत कई याचिकाएं दायर हैं, जिन पर 8 जुलाई को सुनवाई होनी है. इससे पहले ही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को 21 जून तक की रिपोर्ट सौंपी और देर रात सीबीआई को NEET Paper Leak की जांच का जिम्मा सौंप दिया गया है.
नीट यूजी कथित पेपर लीक, गड़बड़ी और जांच के चलते अंडरग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन के लिए 23 लाख से अधिक उम्मीदवार परेशान है. यह संख्या सिर्फ यहीं तक नहीं सीमित नहीं है.
नीट यूजी के अलावा, बीते 10 दिन में 4 बड़ी परीक्षाएं भी स्थगित या रद्द हुई हैं जिनकी वजह से प्रभावित छात्रों की संख्या बढ़कर 38 लाख से अधिक (नीट समेत) हो गई है.
नेशनल काउंसिल ऑर टीचर एजुकेशन (NCET) 12 जून को दोपहर की शिफ्ट में आयोजित किया गया, लेकिन शाम तक इसे रद्द कर दिया. एनटीए इसके पीछे टेक्निकल इशू बताया था. इस परीक्षा के लिए कुल 40,233 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था और बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन डेटा से पता चला है कि देश भर के लगभग 160 शहरों में 292 केंद्रों पर लगभग 29,000 उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे. एनसीईटी 2024 का उद्देश्य 2024-25 शैक्षणिक सत्र के लिए आईआईटी, एनआईटी, आरआईई और सरकारी कॉलेजों सहित चयनित केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों और संस्थानों में चार वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (आईटीईपी) में प्रवेश देना है.
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (UGC NET) असिस्टेंट प्रोफेसर और फेलोशिप की योग्यता के साथ पहली बार पीएचडी एडमिशन के लिए यूजीसी नेट 18 जून को आयोजित किया गया था. मगर 19 जून को इसे रद्द कर दिया. देशभर के 11 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने यूजीसी नेट परीक्षा के लिए आवेदन किया था. परीक्षा रद्द की सूचना देते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया था कि पेपर के कुछ अंश डार्क वेब और टेलीग्राम पर वायरल हो गए थे.
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