'ॐ' से उम्मीद: 6 दिन बीतने पर भी नहीं हुई 3 बोरियों में मिले शव की पहचान, अब टैटू के सहारे पुलिस
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हिंदू संस्कृति में कोई भी मंत्र ॐ के बिना पूर्ण नहीं माना जाता है. लेकिन कानपुर में यही ॐ एक ऐसे कत्ल और कातिलों की पहचान का आधार बन सकता है, जिसका 6 दिनों बाद भी अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया. पुलिस रात-दिन एक कर रही है. लेकिन न कातिलों का पता चल रहा है और न ही मरने वाले की पहचान भी हो पाई है. पुलिस मान रही है कि शायद ॐ शब्द इस खुलासे का आधार बन सकता है.
UP News: कानपुर के कर्नलगंज इलाके में 17 जून को पुलिस कमिश्नर बंगले के पास सुबह-सबह 3 बोरियां पड़ी पाई गई थीं. इन बोरियों को खोल कर देखा गया तो हड़कंप मच गया, क्योंकि इन बोरियों के अंदर किसी अज्ञात व्यक्ति की टुकड़े-टुकड़े में कटी लाश मिली थी. यह काफी सुरक्षित इलाका है. 200 मीटर की दूरी पर पुलिस कमिश्नर कानपुर का बंगला है. इस तरह बेरहमी से किसी के टुकड़े-टुकड़े करके किसने फेंके? इसकी पुलिस लगातार छानबीन करने की कोशिश में लगी है. लेकिन न तो मरने वाले का अभी तक पता चला है और न उसके कातिलों का कुछ सुराग मिल रहा है.
पुलिस ने बॉडी का पोस्टमार्टम कराया तो एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ. मरने वाले के दाएं हाथ की कलाई पर काले रंग का ॐ लिखा हुआ मिला. पुलिस अब इसी चिह्न के आधार पर मृतक की तलाश में जुटी है.
अवैध या प्रेम संबंध में कत्ल?
पुलिस को बोरी में किसी महिला का सलवार सूट और एक बच्चे के कपड़े मिले हैं. ऐसे में पुलिस मानकर चल रही है जिस तरह बेरहमी से युवक को काटा गया है और बोरी में महिला के कपड़े मिले हैं, ऐसे में लगता है कि संभवत किसी अवैध संबंध या प्रेम संबंध के चलते इस वारदात को अंजाम दिया गया है.
'ॐ' से है उम्मीद
6 दिन से पुलिस की कई टीमें इस मामले के खुलासे को लगी हैं. पूरे शहर के गुमशुदा हो चुके लोगों के परिजनों से पूछताछ हो चुकी है. आसपास के जिलों से भी गुमशुदा लोगों का रिकॉर्ड मंगाया जा चुका है. लेकिन मरने वाले की अभी तक कोई शिनाख्त नहीं हुई है. लेकिन 'ॐ' से पुलिस को एक नई आशा जगी है.
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