हिमाचल में AAP का चुनावी शंखनाद, केजरीवाल बोले- दिल्ली-पंजाब में भ्रष्टाचार खत्म किया, हम कट्टर ईमानदार
AajTak
गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रोड शो करने के बाद अब आप के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान हिमाचल प्रदेश में रोड शो कर रहे हैं.
दिल्ली के बाद पंजाब फतह करने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) ने अब हिमाचल प्रदेश में चुनावी (Himachal Pradesh Assembly Elections) बिगुल फूंका है. AAP के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मुखिया भगवंत मान को साथ लेकर बुधवार को मंडी में रोड शो के बाद एक जनसभा को संबोधित किया.
केजरीवाल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, आज आपने दिल खुश कर दिया. हमें उम्मीद नहीं थी कि इतने सारे दोस्तों से मुलाकात होगी. मैं और मेरा छोटा भाई भगवंत मान आम आदमी हैं. हमें राजनीति करनी नहीं आती, हमें भ्रष्टाचार ख़त्म करना आता है. दिल्ली में किया, पंजाब में 20 दिन हुए हैं सरकार बने. पंजाब में भ्रष्टाचार कम नहीं हुआ, खत्म हुआ है. हमने 20 दिनों में कर दिया. इन्होंने 75 साल में क्यों नहीं किया ?
AAP नेता ने आगे कहा कि इस राज्य में 20 साल कांग्रेस और बीजेपी ने 17 साल राज किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ. हमें आप बस एक मौका दे दीजिए. हमें राजनीति करनी नहीं आती, स्कूल और अस्पताल बनवाने आते हैं. हमारी नीयत साफ है, हम कट्टर ईमानदार हैं, मुझे राजनीति करनी नहीं आती है. स्कूल, अस्पताल, बिजली ठीक करनी आती है. मुझे पूरी उम्मीद है कि हिमाचल इस बार के चुनाव में पंजाब का भी रिकॉर्ड तोड़ेगा.
पंजाब के रिश्तेदार से पूछना कि भ्रष्टाचार बंद हुआ है या नहीं?
जनसभा को संबोधित करते हुए पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा, हिमाचल में तीसरी पार्टी आ सकती है. आप पंजाब के रिश्तेदार से पूछना कि भ्रष्टाचार बंद हुआ है या नहीं? आम आदमी पार्टी आम लोगों को विधानसभा और संसद भेजती है. पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी को हराने वाला मोबाइल रिपेयर है. आम लोगों को मौका मिलने लगा है. इन लोगों ने राजनीति को जागीर बना लिया था, लेकिन AAP ने विश्वास जताया है कि टीचर का बेटा मुख्यमंत्री बन सकता है.
दूसरे दलों पर तंज कसते हुए पंजाब के सीएम मान ने कहा, वहां तो 55 साल के युवा नेता हैं. आज विरोधियों को नींद नहीं आएगी. लोगों के पास कोई तीसरा रास्ता नहीं था. लेकिन भगवान ने झाडू भेजा है राजनीति की गंदगी साफ करने के लिए.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.