हिंसा थमी तो अब बारिश और बाढ़ ने मचाई मणिपुर में तबाही, समूची इंफाल वैली जलमग्न, 86 इलाकों में घुसा पानी
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मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा, "कई इलाकों में नदी के किनारे के बांध टूटने के कारण नागरिक और पशु प्रभावित हुए हैं. राज्य सरकार के अधिकारियों, सुरक्षा और NDRF कर्मियों और स्थानीय स्वयंसेवकों सहित सभी संबंधित अधिकारी प्रभावित लोगों को सहायता देने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं.
मणिपुर (Manipur) की इंफाल घाटी में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं. एजेंसी के मुताबिक अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि इंफाल नदी के उफान पर होने से कई इलाकों में पानी भर गया है और सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है. इसके बाद इलाके के लोगों ने कम्युनिटी हॉल में शरण ली है.
अधिकारियों ने बताया कि नम्बुल नदी के उफान पर होने के कारण इंफाल पश्चिम जिले के खुमान लम्पक, नगरम, सागोलबंद, उरीपोक, केसामथोंग और पाओना इलाकों सहित कम से कम 86 इलाकों में बाढ़ की खबर है. लगातार बारिश के कारण इंफाल पूर्वी जिले के केरांग, खाबाम और लैरीयेंगबाम लेइकाई इलाकों के पास इंफाल नदी का किनारा टूट गया है और कई इलाकों में पानी घुस गया है, जिससे सैकड़ों घर जलमग्न हो गए हैं.
रेस्क्यू के लिए इंफाल पहुंची NDRF टीम
एक अधिकारी ने बताया, "इंफाल पूर्वी जिले के हीनगांग और खुरई विधानसभा क्षेत्रों के कई इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, कई इलाकों में बाढ़ का पानी छाती तक पहुंच गया है."
अधिकारियों ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व करने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की एक टीम रात करीब 10 बजे एयरफोर्स की स्पेशल फ्लाइट से इंफाल पहुंची.
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