हिंदी-अंग्रेजी न बोलने पर Indigo ने बदली महिला की सीट, मंत्री ने कहा- ऐसा नहीं होना चाहिए
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Indigo Airline की 6E7297 फ्लाइट विजयवाड़ा से हैदराबाद जा रही थी. इसमें सवार एक तेलुगु महिला को एग्जिट-रो सीट से इसलिए दूसरी सीट पर शिफ्ट कर दिया गया, क्योंकि उसे हिंदी या अंग्रेजी भाषा नहीं आती थी. फ्लाइट अटेंडेंट ने कहा कि यह एक सिक्योरिटी इश्यू है कि वह अंग्रेजी और हिंदी नहीं समझती है.
देश में स्थानीय भाषाओं (Local Languages) को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन आए दिन ऐसे मामले सामने आ जाते हैं जिनसे इन कोशिशों के सफल होने पर प्रश्नचिह्न लग जाता है. कुछ ऐसा ही मामला सामने आया इंडिगो (Indigo) की फ्लाइट में, जब एयरलाइन ने कथित तौर पर एक तेलुगू महिला की सीट सिर्फ इसलिए शिफ्ट कर दी, क्योंकि उसे हिंदी या अंग्रेजी भाषा नहीं आती थी. इस मामले पर तेलंगाना के मंत्री के टी रामाराव (KTR) ने भी कंपनी को नसीहत दी है.
ट्विटर यूजर्स के निशाने पर एयरलाइन दरअसल, ये मामला सोशल मीडिया (Social Media) पर चर्चा का विषय तब बन गया, जब उसी फ्लाइट में मौजूद एक दूसरी यात्री ने ट्विटर पर इस इस मामले को पोस्ट किया. फिर क्या था इंडिगो के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और यूजर्स ने एयरलाइन कंपनी के स्टाफ के ऐसा करने को लेकर अपनी-प्रतिक्रियाएं पोस्ट करनी शुरू कर दीं.
कुछ यूजर्स ने इस ट्वीट पर कमेंट करते हुए लिखा कि विमान के क्रू को एग्जिट-रो (Exit-Row) के यात्रियों के साथ बातचीत करनी आनी चाहिए. चालक दल सिर्फ किसी ऐसे व्यक्ति को शिफ्ट करने का निर्णय ले सकता है, जिसे वे मानते हैं कि आपातकालीन स्थिति में वह मदद नहीं कर सकता है.
ये था पूरा मामला IIT की प्रोफेसर देवस्मिता चक्रवर्ती ने यह ट्वीट (Tweet) 17 सितंबर को किया था. इसमें बताया गया कि इंडिगो एयरलाइन (Indigo Airline) की 6E7297 फ्लाइट 16 सितंबर को विजयवाड़ा से हैदराबाद (Vijayawada to Hyderabad) जा रही थी. इसमें एक तेलुगू महिला सवार थी, जिसे हिंदी या अंग्रेजी भाषा नहीं आती थी. बस इस बात को लेकर क्रू ने विमान में सवार इस महिला को एग्जिट-रो से उसके पीछे वाली रो में शिफ्ट कर दिया.
Indigo 6E 7297. Vijayawada (AP) to Hyderabad (Telangana), Sept 16-2022. The woman in green originally sitting in 2A (XL seat, exit row) was forced to seat 3C because she understood only Telugu, not English/Hindi. The attendant said it's a security issue. #discrimination @IndiGo6E pic.twitter.com/bHa8hQj5vz
अटेंडेंट ने कहा कि यह एक सिक्योरिटी इश्यू (Security Issue) है कि वह अंग्रेजी और हिंदी नहीं समझती है. उन्होंने अपने ट्वीट में इस घटना को लेकर गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा, 'एक गैर-हिंदी को अपने ही राज्य में द्वितीय श्रेणी के नागरिक के रूप में माना जाता है.'
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