सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था 'फर्जी' रोड रेज का वीडियो, अब एक्ट्रेस रवीना टंडन ने भेजा मानहानि का नोटिस
AajTak
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में एक शख्स ने दावा किया था कि रवीना टंडन की कार ने उसकी मां को टक्कर मारी थी और उसने आरोप लगाया कि पूछताछ करने पर अभिनेत्री ने उसकी मां पर हमला किया था.
अभिनेत्री रवीना टंडन ने एक शख्स को मानहानि का नोटिस भेजा है. ये नोटिस उस शख्स को सोशल मीडिया पर कथित रोड रेज की घटना का एक वीडियो पोस्ट करने और उसे न हटाने के लिए भेजा गया है. दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में उस शख्स ने दावा किया था कि रवीना टंडन की कार ने उसकी मां को टक्कर मारी थी और उसने आरोप लगाया कि पूछताछ करने पर अभिनेत्री ने उसकी मां पर हमला किया था.
पीटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, उस व्यक्ति ने यह दावा भी किया था कि यह घटना तब हुई जब उसकी मां, बहन और भतीजी वहां अभिनेत्री के घर के पास थीं. हालांकि, मुंबई पुलिस की जांच में पाया गया कि अभिनेत्री की कार ने किसी को टक्कर नहीं मारी थी.
रवीना की वकील सना खान के माध्यम से भेजे गए मानहानि के नोटिस में कहा गया है कि अभिनेत्री ने उस व्यक्ति को पुलिस जांच में सामने आए सच्चे और सही तथ्यों के बारे में सूचित किया है. मानहानि के नोटिस के अनुसार, उस व्यक्ति ने अभिनेत्री से अपने एक्स अकाउंट से वीडियो हटाने के लिए अनुरोध पत्र भेजने को कहा था, जिसे 5 जून को ईमेल के ज़रिए भेजा गया था.
नोटिस में कहा गया है, 'हालांकि, आपने (उस व्यक्ति ने) अपने हैंडल से पोस्ट हटाने से इनकार किया है और इसके अलावा हमारे मुवक्किल को धमकी दी है कि अगर 24 घंटे के भीतर उक्त अनुरोध पत्र वापस नहीं लिया गया तो वे कानूनी कार्रवाई शुरू करेंगे.' नोटिस में, रवीना टंडन ने कहा कि उस व्यक्ति ने वीडियो के माध्यम से सोशल मीडिया और समाचार पोर्टलों पर उन्हें बदनाम किया है, जो निश्चित रूप से फर्जी खबर है और अपमानजनक भी है.
नोटिस में आगे कहा गया है कि यह उन्हें मानसिक उत्पीड़न और पीड़ा देकर सार्वजनिक रूप से बदनाम करने के लिए बनाया गया है. वकील सना खान ने कहा, 'हम वर्तमान में इस मुद्दे को हल करने और यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कानूनी कदम उठा रहे हैं कि न्याय मिले और इस अपमानजनक अभियान को जारी रखने के लिए उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए.'
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.