सेंट्रल विस्टा परियोजना: SC में सरकार के महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट पर रोक लगाने की मांग
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याचिकाकर्ता के वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कहा कि मुद्दा बहुत सरल है, परियोजना जनवरी में पारित हो गई है, लेकिन जहां तक मानव जीवन का सवाल है, सरकार का दायित्व है कि हमारे मानव जीवन की रक्षा करे, हमें इस मामले में चिंतित होने की जरूरत है. जबकि सरकार केवल 3-4 किमी के निर्माण को लेकर चिंतित हैं.
सरकार का महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट सेंट्रल विस्टा परियोजना लगातार विवादों में फंसता दिख रहा है. दिल्ली में इस प्रोजेक्ट पर काम तो जारी है, लेकिन कोरोना काल में इसे रोकने की मांग जोर पकड़ रही है. शुक्रवार को भी इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में हुई है. याचिकाकर्ता की तरफ से जोर देकर कहा गया है कि समय की गंभीरता को समझते हुए इस परियोजना को अभी के लिए रोक देना चाहिए. Congress’s discourse on Central Vista is bizarre. Cost of Central Vista is about ₹20,000 crore, over several years. GoI has allocated nearly twice that amount for vaccination! India’s healthcare budget for just this year was over ₹3 lakh crore. We know our priorities. pic.twitter.com/uNlnxv7s58 There are hundreds of projects being executed by various depts. Governance hasn’t come to a standstill, unlike the Congress’s times of policy paralysis. Central Vista is just another ongoing project. It’s only the Congress that’s obsessed about it, nobody else. pic.twitter.com/RSTfL5HLLe सेंट्रल विस्टा परियोजना पर रोक लगाने की मांगमणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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