सीमा हैदर को किस रूट से मिली भारत में एंट्री, पुलिस को कैसे दिया धोखा... सचिन का था मास्टर प्लान!
AajTak
Seema Haider case update: सीमा हैदर मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. सीमा पाकिस्तान से भारत में कैसे और किस रास्ते एंट्री लेगी, इसका पूरा प्लान और रूट सचिन ने तैयार किया था. सचिन ने ही फोन पर नेपाल से टिकट बुक कराया था. टिकट बुक करते समय उसने कहा था कि उसकी पत्नी और बच्चे आ रहे हैं.
सीमा हैदर (Seema Haider) मामले में सचिन मीणा से पूछताछ के बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है. सीमा हैदर पाकिस्तान से भारत में कैसे दाखिल हो, ये पूरा प्लान सचिन ने तैयार किया था. वह पाकिस्तान से किस रूट से होकर भारत में आएगी, ये पूरा रूट मैप सचिन ने बनाया था. सूत्रों की मानें तो सचिन ने ही पता किया था कि पाकिस्तान से कौन सी सस्ती फ्लाइट से नेपाल तक आया जा सकता है.
सूत्रों का कहना है कि सचिन ने मार्च में ही प्लान तैयार कर लिया था, जब वह सीमा से नेपाल में मिला था. नेपाल से सीमा को भारत के अंदर किस रास्ते से लाया जाए, ताकि वो दस्तावेजों की जांच से बच जाए, बाकायदी इसकी पूरी प्लानिंग सचिन ने बनाई थी. सूत्रों की मानें तो अपने प्यार को पाने के लिए सीमा किसी भी हद तक जा सकती थी. यही वजह है कि वो सचिन के बताए गए प्लान पर अमल करती गई.
पूरे रोडमैप को समझने के लिए एटीएस ने किए थे सीमा से सवाल
सीमा हैदर और सचिन से यूपी एटीएस ने बीते दिनों दो दिनों तक सख्ती से पूछताछ की. दरअसल, सीमा पर पाकिस्तानी जासूस होने का शक जताया जा रहा था, इसी को लेकर जांच एजेंसी ने पड़ताल शुरू की. जांच के दौरान एटीएस ने पाकिस्तान से भारत आने तक पूरे रोडमैप को समझने के लिए सीमा से सवाल किए.
नेपाल पहुंचने के बाद सीमा ने किसी को भी नहीं बताया पूरा नाम
सूत्रों का कहना है कि नेपाल पहुंचने के बाद सीमा ने कभी अपना पूरा नाम नहीं बताया. इसके चलते वो किसी की नज़र में नहीं आई. सचिन ने नेपाल में बस एजेंट को ग्रेटर नोएडा से फोन कर टिकट बुक की थी. सचिन ने एजेंट से कहा था कि उसकी पत्नी और बच्चे आ रहे हैं. सचिन ने सीमा को पत्नी बताने के साथ ही बच्चों के हिंदू नाम बताए थे. इसके चलते किसी को शक नहीं हुआ.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.