साहिबगंज: एसबीआई की मुख्य शाखा में लगी भीषण आग, करोड़ों के नुकसान की आशंका
AajTak
झारखंड के साहिबगंज (sahibganj) में स्थित भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की मुख्य शाखा में शनिवार शाम अचानक भीषण आग लग गई, जिससे करोड़ों के नुकसान की आशंका है. फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था. आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है.
झारखंड के साहिबगंज (sahibganj) में चौक बाजार स्थित भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की मुख्य शाखा में शनिवार शाम करीब 5:45 बजे भीषण आग लग गई. इस घटना से बैंक को करोड़ों रुपये का नुकसान होने की आशंका है. आग कैसे लगी, इसका कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. आग की वजह से शाखा की तीसरी मंजिल पर ज्यादा नुकसान हुआ है. वहां लोन संबंधी दस्तावेज और अन्य कागजी काम होते हैं.
स्थानीय लोगों ने सबसे पहले बैंक से आग की लपटें निकलते देखीं और तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी. सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया. करीब घंटे भर की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था.
यह भी पढ़ें: लखनऊ-अयोध्या हाइवे पर 3 मंजिला इमारत में लगी भीषण आग... सर्विस सेंटर और शोरूम जलकर खाक
बैंक के वकील प्रेमनाथ तिवारी ने बताया कि लोन से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज फायर-प्रूफ सेफ में रखे गए थे, जिससे वे सुरक्षित हैं. हालांकि कई अन्य जरूरी कागजात बाहर थे, जो आग की चपेट में आ सकते हैं. नुकसान का सही आकलन जांच के बाद ही हो पाएगा, लेकिन प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है.
एसबीआई की यह शाखा एक चार मंजिला इमारत में है, जहां निचली मंजिल पर दुकानें और ऊपर की मंजिलों पर बैंक का काम होता है. आग मुख्य रूप से तीसरी मंजिल पर लगी, जहां लोन डिपार्टमेंट और स्थानीय जिला प्रबंधक (एलडीएम) का कार्यालय है. फिलहाल, पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें आग लगने के कारणों की जांच में जुटी हैं.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.