साले ने जीजा के घर डाला डाका, जब पुलिस पड़ी पीछे तो नाकाबंदी पर ही ₹1.50 करोड़ छोड़ भागा
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Rajasthan News: अक्सर किसी वारदात के बाद अपराधियों की फरारी और फिर पुलिस की नाकाबंदी अब आम हो चली है. कई बार बदमाश नाकाबंदी तक आकर भी पुलिस को चकमा दे जाते हैं, लेकिन जयपुर के रेनवाल में 4 बदमाशों को नाकाबंदी के दौरान पुलिस से होशियारी भारी पड़ गई.
राजस्थान के जयपुर में नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने बदमाशों से नोटों से भरा बैग बरामद किया. नोटों की संख्या इतनी थी कि थाने में नोट गिनने वाली मशीन तक मंगवानी पड़ गई. लेकिन जब नोटों की गिनती पूरी हुई तो पुलिस के भी होश उड़ गए.
दरअसल, रेनवाल में देर रात गश्त के दौरान पुलिस ने बाइक सवार चार युवकों को रोका तो 3 युवक अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए. लेकिन चौथा पुलिस के हत्थे चढ़ गया. जिसके पास एक बैग में 500-500 के नोटों की अनगिनत गड्डियां मिलीं. जब नोट गिनने वाली मशीन से गिनती हुई तो राशि करीब डेढ़ करोड़ रुपये हो गई. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी युवक से पूछताछ की तो बड़ी डकैती की वारदात का भंडाफोड़ हो गया.
अक्सर किसी वारदात के बाद अपराधियों की फरारी और फिर पुलिस की नाकाबंदी अब आम हो चली है. कई बार बदमाश नाकाबंदी तक आकर भी पुलिस को चकमा दे जाते हैं, लेकिन जयपुर के रेनवाल में 4 बदमाशों को नाकाबंदी के दौरान पुलिस से होशियारी भारी पड़ गई.
नाकाबंदी के दौरान सामान्य से दिखने वाले बदमाशों ने सोचा की पुलिस को चकमा दे देंगे लेकिन जैसे ही पुलिस ने बाइक को रोका तो बदमाश हड़बड़ा गए और बाइक दौड़ा दी. इस दौरान 3 बदमाश तो भागने में कामयाब हो गए लेकिन चौथा मनोज रेगर नाम का बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
आरोपी के कब्जे से पुलिस ने नोटों से भरा बैग बरामद कर पूछताछ की तो पता चला की पीछे आरोपी डकैती की बड़ी वारदात को अंजाम देकर भागे हैं. इसमें फरार उसके साथियों में विकास नाम का भी एक बदमाश शामिल है, जिसके बहन के घर पर उन्होंने यह डाका डाला है.
जयपुर जिले के रेनवाल थाने के सीआई सुरेंद्र कुमार ने बताया, खाटूश्याम जी में बंशीलाल नाम के परिवादी ने मुकदमा दर्ज करवाया कि उसके साले विकास ने अपने साथियों के साथ मिलकर घर से करोड़ों रुपये ले उड़े.
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