![सरेंडर, सजा या जुर्माना? एडल्ट स्टार को सीक्रेट पेमेंट केस में कल होगी ट्रंप की पेशी](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202304/trump-sixteen_nine.jpeg)
सरेंडर, सजा या जुर्माना? एडल्ट स्टार को सीक्रेट पेमेंट केस में कल होगी ट्रंप की पेशी
AajTak
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जिस मामले में फंसे हैं, वह साल 2016 में उनके राष्ट्रपति बनने से ठीक पहले का है. आरोप है कि ट्रंप ने एडल्ट स्टार को अपना मुंह बंद रखने और अपने साथ अफेयर होने की बात सार्वजनिक न करने के एवज में 1.30 लाख डॉलर का भुगतान किया था
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है. वह मंगलवार को मैनहट्टन कोर्ट में पेश हो सकते हैं. पिछले हफ्ते मैनहट्टन ग्रैंड ज्यूरी कोर्ट ने उन पर एडल्ट स्टार को चुपके से पैसे देने के आरोप तय किए थे. आरोप है कि ट्रंप ने 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान अडल्ट स्टार स्टॉर्मी डेनियल को पैसे दिए थे. ट्रंप अमेरिका के ऐसे पहले पूर्व राष्ट्रपति हैं, जो आपराधिक मुकदमे का सामना कर रहे हैं.
ट्रंप सोमवार को अपने मार-ए-लागो आवास से न्यूयॉर्क के लिए रवाना हो सकते हैं. उनकी मंगलवार को कोर्ट की सुनवाई के बाद फ्लोरिडा के अपने रिसॉर्ट वापस लौटने की योजना है. फ्लोरिडा में वह मंगलवार रात को अपने समर्थकों को संबोधित करेंगे.
ट्रंप (76) ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बताया कि मैं सोमवार को दोपहर 12 बजे मार-ए-लागो से न्यूयॉर्क के लिए रवाना होऊंगा. चाहे विश्वास करें या नहीं मैं मंगलवार सुबह कोर्ट जाऊंगा. अमेरिका को ऐसा नहीं होना था.
ट्रंप मंगलवार को कोर्ट के समक्ष पेश होंगे. वह पहले राष्ट्रपति हैं, जिन पर मंगलवार को सुनवाई के दौरान आपराधिक मुकदमा चलेगा. हालांकि ट्रंप ने एडल्ट स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स (44) को पैसे दिए जाने के आरोपों से इनकार किया है.
ट्रंप मंगलवार को दोपहर 2.15 बजे (भारतीय समयानुसार रात 11.45 मिनट) पर जज जुआन मर्चेन के समक्ष पेश होंगे. हालांकि, ट्रंप के वकीलों का कहना है कि उनके मुवक्किल दोषी नहीं ठहराए जाएंगे. ट्रंप कोर्ट में पेशी के बाद वापस फ्लोरिडा लौट जाएंगे, जहां मंगलवार रात वह अपने आवास पर लोगों को संबोधित करेगे.
एडल्ट स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को दी गई रकम के मामले में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप घिर गए हैं. ऐसा भी कहा जा रहा है कि इस मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए ट्रंप आत्मसमर्पण भी कर सकते हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250214181736.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
![](/newspic/picid-1269750-20250214171223.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.
![](/newspic/picid-1269750-20250214141339.jpg)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर गहन चर्चा की गई. इस चर्चा में अमेरिका ने भारत को F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स, स्ट्राइकर कॉम्बैट व्हीकल्स और जावलिन मिसाइल्स की पेशकश की. विशेषज्ञों का विचार है कि ये हथियार भारत की आत्मनिर्भरता नीति के सटीक अनुरूप नहीं हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250214112147.jpg)
रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
![](/newspic/picid-1269750-20250214095639.jpg)
PM नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. आतंकवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बन गई, जिसमें ठाकुर हसन राणा के प्रत्यर्पण का विषय भी शामिल था. फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग पर भी वार्ता हुई, जहाँ अमेरिकी बाजार में भारतीय जेनेरिक दवाओं की भारी मांग है.