सरकार ने जनता के हाथ में दी महंगाई कंट्रोल करने की कमान! क्या ऐसे कम होंगे टमाटर के दाम?
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उपभोक्ता मंत्रालय एक अनोखा टोमेटो ग्रैंड चैलेंज हैकथॉन आयोजित कर रही है. इस हैकथॉन के जरिए जनता से टमाटर के कीमतों पर सुझाव मांग रही है. सरकार ने इस टोमेटो ग्रैंड चैलेंज हैकथॉन को उपभोक्ता मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल के साथ शुरू करने की योजना बनाई है.
देश में टमाटर की कीमत 120 रुपये किलो तक पहुंच चुकी है. आम जनता की रसोई के साथ-साथ बड़ी कंपनियों के बर्गर से टमाटर गायब होने लगा है. फिलहाल, सरकार पर टमाटर की बढ़ती कीमतों को जल्द कम करने का दबाव है. सरकार ने टमाटर की कीमतों पर एक अनोखा टोमेटो ग्रैंड चैलेंज हैकथॉन आयोजित करने का फैसला लिया है. इस हैकथॉन के तहत सरकार आम जनता से टमाटर की कीमतों को कम करने का सुझाव मांग रही है.
टमाटर की कीमतों पर सरकार ने अलग-अलग वर्ग से मांगे सुझाव
उपभोक्ता मंत्रालय इस हैकथॉन के तहत समाज के अलग-अलग वर्ग से इन्नोवेटिव आइडिया मांग रही है. इन लोगों में छात्र, रिसर्च स्कॉलर, फैकल्टी मेंबर, उद्योग जगत, एमएसएमई प्रोफेशनल लोग, स्टार्टअप क्षेत्रों से जुड़े लोग शामिल हैं. सरकार ने टोमेटो ग्रैंड चैलेंज हैकथॉन को उपभोक्ता मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल के साथ शुरू करने की योजना बनाई है.
दक्षिण और पश्चिम भारत में सबसे ज्यादा टमाटर की पैदावार
टमाटर लगभग देश के हर हिस्से में पाया जाता है. इसकी ज्यादातर पैदावार दक्षिण और पश्चिम भारत में होती है. अगर दोनों क्षेत्रों को मिला दिया जाए तो देशभर के कुल टमाटर उत्पादन का 55 से 58 फीसदी पैदावार यहीं होती है.
टमाटर की कीमतों में क्यों होती है बढ़ोतरी
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