सपा सांसद राम गोपाल यादव के बंगले में घुसा पानी, स्टाफ ने गोद में उठाकर कार में बैठाया, देखें VIDEO
AajTak
दिल्ली में पहली बारिश ही मुसीबतों का सबब लेकर आ गई है. आलम यह है कि राजधानी के सबसे पॉश इलाके में रहने वाले नेता-मंत्री भी जलजमाव के कारण परेशानियों का सामना कर रहे हैं. ऐसा ही एक VIDEO सामने आया है, जिसमें सपा सांसद राम गोपाल यादव को स्टाफ गोद में उठाकर कार में बैठा रहा है.
दिल्ली-NCR की पहली बारिश ने आम जनता के साथ-साथ 'माननीयों' के लिए भी मुसीबत खड़ी कर दी है. दिल्ली के सबसे पॉश इलाके में रहने वाले दिग्गज नेता भी बारिश की मार से अछूते नहीं हैं. ऐसा ही एक वाकया शुक्रवार सुबह सामने आया, जब समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव के घर में भी बारिश का पानी भर गया और उन्हें संसद जाने के लिए अपने स्टाफ की गोद में बैठकर कार तक जाना पड़ा.
दरअसल, शुक्रवार सुबह-सुबह दिल्ली में हुई बारिश से सपा सांसद रामगोपाल यादव के घर में पानी भर गया. पार्लियामेंट का सत्र चलने के कारण रामगोपाल जब संसद जाने के लिए घर से निकले तो घर के अंदर तक पानी भरा होने के कारण उनके स्टाफ के कर्मचारियों को उन्हें गोद में उठाना पड़ा. कर्मचारी उन्हें गोद में उठाकर लाए और कार में बैठाया. इसके बाद कहीं जाकर रामगोपाल यादव संसद के लिए रवाना हो सके.
ये भी पढ़ें: दिल्ली की बारिश ने तोड़ा 88 साल का रिकॉर्ड, कहीं पेड़ गिरे-कहीं सड़कें लबालब
VIDEO: रामगोपाल को गोद में उठाकर कार में बैठाता स्टाफ
संसद जाने के लिए निकले थे रामगोपाल
इस घटना के बाद जब रामगोपाल यादव से बारिश के कारण उन्हें हुई परेशानी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा,'मुझे संसद जाने के लिए यह सब करना पड़ा. एक गाड़ी से बाहर तक आए, फिर लोग हमें गाड़ी तक उठाकर लाए.' उन्होंने न्यू दिल्ली म्युनिसिपल काउंसिल (NDMC) की अव्यवस्था पर सवाल दागते हुए कहा,' मैं चार बजे से एनडीएमसी के अधिकारियों से बात कर रहा हूं. कोई पंप लाकर पानी निकाले तो ही इससे निजात मिलेगी. पूरे बंगले के अंदर पानी भर गया है. दो दिन पहले ही हमने फ्लोरिंग कराई थी. लाखों रुपए का नुकसान हो गया.'
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.