श्रद्धा मर्डर केस: आफताब का परिवार हुआ अंडरग्राउंड? तलाश में जुटी दिल्ली और मुंबई पुलिस
AajTak
सूत्रों के मुताबिक आफताब के परिवार ने कुछ समय पहले ही नया नगर में एक मकान किराए पर लिया था. लेकिन अब परिवार वहां नहीं है. आफताब के माता-पिता और भाई का फोन भी बंद बताया जा रहा है. वहीं आरोपी के दोस्तों को भी उसके परिवार के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
श्रद्धा मर्डर केस का खुलासा करने के लिए दिल्ली पुलिस एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. अलग-अलग टीमें अलग-अलग लोकेशन पर जांच में जुटी हैं. एक टीम ने मुंबई में भी मोर्चा संभाल रखा है. यहां पुलिस टीम ने वसई इलाके की रीगल बिल्डिंग में पूछताछ की, जहां श्रद्धा और आफताब रहते थे. अब पुलिस को आरोपी के परिवार की भी तलाश है, घर शिफ्ट करने के बाद से जिनका कोई अता-पता ही नहीं है. परिवार की तलाश में महाराष्ट्र की नया नगर पुलिस और मानिकपुर पुलिस ने भी टीमें गठित की हैं.
सूत्रों के मुताबिक आफताब के परिवार ने कुछ समय पहले ही नया नगर में एक मकान किराए पर लिया था. लेकिन अब परिवार वहां नहीं है. आफताब के माता-पिता और भाई का फोन भी बंद बताया जा रहा है. वहीं आरोपी के दोस्तों को भी उसके परिवार के बारे में कोई जानकारी नहीं है. दरअसल, मामले से जुड़ी एक गवाह ने दावा किया था कि आऱोपी के परिवार को श्रद्धा के साथ रोज-रोज हो रही मारपीट के बारे में जानकारी थी और उन्हीं ने आफताब को संरक्षण दे रखा था.
मुंबई के वसई से सटे नालासोपारा की रहने वाली पूनम बिड़लान ने दिल्ली पुलिस को बताया था कि जब श्रद्धा और आफताब एवर शाइन इलाके में रहने के लिए आये तो तब श्रद्धा उनके पास 3 बार मदद मागंने के लिए आई थी. एक बार तो पूनम श्रद्धा को साथ लेकर तुलिंज पुलिस थाने भी पहुंची और शिकायत दर्ज करायी. अगले दिन इस मामले की गंभीरता को देखते हुए FIR दर्ज करने की तैयारी थी. श्रद्धा भी तैयार हो गयी थी. लेकिन आरोपी के मां- बाप ने श्रद्धा को कन्विंस कर लिया था. पूनम ने आरोप लगाया था कि आफताब को उसके मां-बाप ने संरक्षण दे रखा था.
तालाब खाली करा रही दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस को इस हत्याकांड में बड़ा इनपुट मिला है. जिसके आधार पर पुलिस छतरपुर एनक्लेव स्थित तालाब को खाली कराने में जुटी है. दरअसल, पुलिस को जानकारी मिली है कि इसी तालाब में कातिल आफताब ने श्रद्धा का सिर फेंका था. पुलिस नगर निगम की टीम के साथ श्रद्धा के सिर की तलाश में जुटी है. माना जा रहा है कि अगर यहां से पुलिस को सिर मिल जाता है तो इस केस का खुलासा होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा. हालांकि पुलिस के लिए हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार भी अभी बड़ी चुनौती बना हुआ है.
आज आफताब को लेकर फ्लैट पर गई थी
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?