शाहजहांपुर धर्मांतरण केस: दिल्ली HC का महिला को 22 जुलाई तक पुलिस प्रोटेक्शन
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दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को उत्तर प्रदेश की एक 29 वर्षीय महिला को दी गई सुरक्षा की अवधि को बढ़ा दिया है. महिला ने पुलिस सुरक्षा की मांग करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था. महिला का कहना था कि उसने अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म अपना लिया था. अब उसे डर है कि उसे जबरन वापस यूपी ले जाकर बलपूर्वक फिर से उसका धर्म परिवर्तन कराया जा सकता है.
दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को उत्तर प्रदेश की एक 29 वर्षीय महिला को दी गई सुरक्षा की अवधि को बढ़ा दिया है. महिला ने पुलिस सुरक्षा की मांग करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था. महिला का कहना था कि उसने अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म अपना लिया था. अब उसे डर है कि उसे जबरन वापस यूपी ले जाकर बलपूर्वक फिर से उसका धर्म परिवर्तन कराया जा सकता है. अपनी याचिका में, महिला ने आरोप लगाया कि उसे और उसके परिवार को जान का खतरा बना हुआ है. उसे और उसके परिवार को यूपी पुलिस, मीडिया और विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी अपना शिकार समझ रहे हैं. महिला ने कोर्ट से कहा कि उसके धर्मांतरण की वजह से उसे और उसके परिवार को निशाना बनाया जा रहा था और मीडिया में उनके बारे में दुर्भावनापूर्ण बातें दिखाई और छापी जा रही थीं.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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