शहर-शहर कोरोना की लहर: बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीन पर संग्राम, नाइट कर्फ्यू-मास्क पर सख्ती बढ़ी
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दिल्ली हो या उत्तर प्रदेश या फिर महाराष्ट्र हर जगह कोरोना के ताज़े आंकड़ों ने चिंता बढ़ा दी है. नाइट कर्फ्यू का जो दौर महाराष्ट्र से शुरू हुआ था, वो अब दिल्ली होते हुए पंजाब पहुंच गया है. इस बीच कुछ राज्यों ने वैक्सीन को लेकर चिंता व्यक्त की है और डोज़ की कमी होने की बात कह दी है. कोरोना की इस ताज़ा लहर के बीच कैसे आज घटनाक्रम रहा, एक नज़र डालें...
कोरोना वायरस की लहर अब शहर-शहर देखने को मिल रही है. दिल्ली हो या उत्तर प्रदेश या फिर महाराष्ट्र हर जगह कोरोना के ताज़े आंकड़ों ने चिंता बढ़ा दी है. नाइट कर्फ्यू का जो दौर महाराष्ट्र से शुरू हुआ था, वो अब दिल्ली होते हुए पंजाब पहुंच गया है. इस बीच कुछ राज्यों ने वैक्सीन को लेकर चिंता व्यक्त की है और डोज़ की कमी होने की बात कह दी है. कोरोना की इस ताज़ा लहर के बीच कैसे आज घटनाक्रम रहा, एक नज़र डालें...कोरोना के बढ़ते केस और वैक्सीन की चिंता बुधवार को कोरोना वायरस के जो आंकड़े आए, उन्होंने हर किसी को हैरान कर दिया. देश में बीते 24 घंटे में कुल 1.15 लाख केस दर्ज किए गए, जो अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा था. पिछले तीन दिन में ये दूसरी बार हुआ, जब केस एक लाख से अधिक आए. अब भारत में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या साढ़े 8 लाख के करीब पहुंच गई है. सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र से सामने आए, जहां 56 हज़ार केस दर्ज किए गए. जबकि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक जैसे राज्यों में भी बीते कुछ वक्त के सबसे अधिक केस दर्ज किए गए हैं. इस महासंकट के बीच वैक्सीन को लेकर रार छिड़ गई है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि राज्य में सिर्फ तीन दिन का ही वैक्सीन स्टॉक बचा है. वैक्सीन मिलने की रफ्तार काफी कम है, अभी वो हर रोज़ 4 लाख से अधिक लोगों को टीका लगा रहे हैं, लेकिन वैक्सीन अधिक मिलेगी तो रफ्तार बढ़ सकती है. महाराष्ट्र की तरह ही आंध्र प्रदेश ने भी केंद्र को चिट्ठी लिख तुरंत प्रभाव से एक करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज़ मांगी हैं. आंध्र का कहना है कि उनके पास चार लाख से कम डोज़ बचे हैं, वो हर रोज़ डेढ़ लाख कोरोना वैक्सीन के डोज़ लगा रहे हैं. राज्यों की तरफ से उठ रही वैक्सीन की मांग को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भरोसा दिलाया कि किसी को वैक्सीन की कमी नहीं होने दी जाएगी. सभी राज्यों को उनकी जरूरत के हिसाब से ही वैक्सीन दी जाएगी.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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