
लेबनान: बेयरूत एयरपोर्ट पर लैंडिंग कर रहे प्लेन में लगी गोली, अंदर यात्रियों संग बैठी थीं सांसद
AajTak
गोली प्लेन में आकर धंस गई. जिसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं. गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. घटना गुरुवार की है. जिसकी पुष्टि MEA चेयरमैन मोहम्मद अल-हाउट ने भी की है.
जॉर्डन से लेबनान आने वाली एक मिडिल ईस्ट एयरलाइंस के पैसेंजर प्लेन में उस गोली आकर लगी, जब वह राजधानी बेयरूत में लैंड कर रहा था. गोली प्लेन में आकर धंस गई. जिसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं. गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. रॉयटर्स के मुताबिक घटना गुरुवार की है. जिसकी पुष्टि MEA चेयरमैन मोहम्मद अल-हाउट ने भी की है.
हाउट ने एजेंसी को बताया कि बेयरूत एयरपोर्ट के आसपास हवाई फायरिंग के कारण यहां खड़े सात से आठ विमानों में हर साल गोली लगती है. लेकिन गुरुवार को पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी चलते विमान में गोली आकर लगी है. इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है.
लेबनान में बड़े स्तर पर होती है हर्ष फायरिंग
लेबनान में जश्न के दौरान हर्ष फायरिंग आम है. जहां बड़ी संख्या में लोग हथियार रखते हैं. यहां नेताओं के भाषण से लेकर एग्जाम के रिजल्ट तक पर जमकर हर्ष फायरिंग होती है. हाउट ने इस पर कहा, "लेबनान में हर्ष फायरिंग की इन प्रथाओं को रोका जाना चाहिए. इससे हवाई यातायात और एयरपोर्ट को काफी खतरा है."
लेबनानी सांसद ने शेयर कीं तस्वीरें
बता दें कि जब यह घटना हुई तो लेबनानी सांसद पाउला याकौबियन उसी फ्लाइट में थीं. उन्होंने अपने ट्विटर पेज पर विमान के उपर गोली धंसने की तस्वीरें शेयर की हैं. इसके साथ उन्होंने लिखा है कि वह सीट 2F पर बैठी थीं, जब घटना "मेरे सिर के ठीक ऊपर" हुई.

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.