राहुल के हाथ में संविधान, अखिलेश के साथ अयोध्या के सांसद... विपक्षी खेमे से दिखी इस तस्वीर के क्या मायने?
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तस्वीर थी विपक्ष के नेताओं के सिटिंग अरेंजमेंट की. जब विपक्ष की ओर इसके नेता बैठे तो फ्रंट लाइन में सफेद टी-शर्ट पहने राहुल गांधी नजर आए तो लाल टोपी लगाए हुए अखिलेश यादव उनके बगल में बैठे थे. इसी जगह बैठे थे अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद. अखिलेश हर जगह उन्हें अपने साथ लेकर चल रहे थे और कई मौकों पर तो खुद से आगे भी रख रहे थे.
मशहूर शायर शकील बदायूनी का एक शेर है
'भेज दी तस्वीर अपनी उन को ये लिख कर 'शकील' आप की मर्ज़ी है चाहे जिस नज़र से देखिए'
सच है कि तस्वीर जो भी हो, जैसी भी हो, फर्क तब पड़ता है जब देखने का नजरिया हो. बात जब राजनीति की हो तो तस्वीरें और भी मौजूं हो जाती हैं, क्योंकि किस तस्वीर को किस नजरिए से देखा जा रहा है और उनका क्या मतलब हासिल हो रहा है, ये सिर्फ वक्त ही बता सकता है.
मौका था 18वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत का और इस दौरान विपक्ष की ओर से जो तस्वीर निकल कर सामने आई है, उसने बिना बोले ये जता दिया है कि दस साल बाद ही सही, लेकिन इस बार हमारी (विपक्ष की) मौजूदगी संसद में मजबूती से रहेगी.
विपक्ष ने पहले दिन दिखाई अपनी मजबूती तस्वीर थी विपक्ष के नेताओं के सिटिंग अरेंजमेंट की. जब विपक्ष की ओर इसके नेता बैठे तो फ्रंट लाइन में सफेद टी-शर्ट पहने राहुल गांधी नजर आए तो लाल टोपी लगाए हुए अखिलेश यादव उनके बगल में बैठे थे. इसी जगह बैठे थे अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद. अखिलेश हर जगह उन्हें अपने साथ लेकर चल रहे थे और कई मौकों पर तो खुद से आगे भी रख रहे थे. दरअसल, अवधेश बीजेपी की वह 'अयोध्या' हैं, जिसकी हार की फांस भगवा पार्टी के लिए सबसे बड़ी है और अखिलेश यादव ऐसी तस्वीरों बनाकर यही संदेश दे रहे थे.
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