'राष्ट्रविरोधी के तौर पर है मेरी पहचान...', परेशान कॉमेडियन का इंस्टाग्राम पर छलका दर्द, मुनव्वर फारूकी संग हुए थे गिरफ्तार
AajTak
नलिन यादव इंदौर से करीब 40 किलोमीटर दूर पीथमपुर के रहने वाले हैं. उन्होंने सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में लिखा, ''मेरे गृहनगर में मेरी नई पहचान एक राष्ट्रविरोधी के तौर पर है. सत्तारूढ़ दल के साथ ज्ञात रूप से जुड़े कुछ लोग मुझे और मेरे भाई को पिछले तीन साल से परेशान कर रहे हैं. ये लोग आपस में रिश्तेदार हैं.''
मध्यप्रदेश के कॉमेडियन नलिन यादव ने आरोप लगाया है कि 'सत्तारूढ़ दल के साथ ज्ञात रूप से जुड़े कुछ लोग' उन्हें और उनके छोटे भाई को पिछले तीन साल से लगातार परेशान कर रहे हैं. हालांकि, BJP ने इस आरोप से इनकार किया और इसे कॉमेडियन की सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की रणनीति करार दिया. उन्होंने यह आरोप धार जिले के पीथमपुर कस्बे में एक शख्स से दो महीने पुराने विवाद के मामले में प्रशासन की ओर से उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई (बाउंड ओवर) का नोटिस जारी किए जाने के बाद लगाया है.
28 साल के नलिन यादव उन चार लोगों में शामिल हैं जिन्हें हिन्दू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणियों के विवाद से जुड़े कार्यक्रम में कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी के साथ शामिल होने के आरोप में एक जनवरी 2021 की रात इंदौर के एक कैफे से गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद इन लोगों को न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेज दिया गया था.
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने यादव को 26 फरवरी 2021 को अंतरिम जमानत पर जेल से रिहा करने का आदेश दिया था.
'राष्ट्रविरोधी के तौर पर है मेरी पहचान'
बता दें कि नलिन यादव इंदौर से करीब 40 किलोमीटर दूर पीथमपुर के रहने वाले हैं. उन्होंने सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में लिखा, ''मेरे गृहनगर में मेरी नई पहचान एक राष्ट्रविरोधी के तौर पर है. सत्तारूढ़ दल के साथ ज्ञात रूप से जुड़े कुछ लोग मुझे और मेरे भाई को पिछले तीन साल से परेशान कर रहे हैं. ये लोग आपस में रिश्तेदार हैं.''
'घर में तीन दिन से ज्यादा नहीं रुक सका'
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.