राजस्थानः 35 हजार निजी बसें हड़ताल पर, सरकार बोली- जरूरी ना हो तो टाल दें यात्रा
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निजी बस आपरेटरों का आरोप है कि कोरोना की वजह से सरकार ने लॉकडाउन लगा रखा था और निजी बसों के परिवहन पर रोक थी. इसके बावजूद सरकार उस दौरान का टैक्स ले रही है. सरकार से कई दौर की बातचीत हुई, लेकिन सरकार अपना रेवेन्यू छोड़ने के लिए तैयार नहीं है, जबकि बस चालाक भूखे मरने की नौबत से गुजर रहे हैं.
राजस्थान में आज सफर करने वालों के लिए मुश्किल दिन हो सकता है. दरअसल, निजी बस ऑपरेटर्स ने राज्य में आज बसों को नहीं चलाने का फैसला किया है. बताया जा रहा है कि इस फैसले के चलते राज्य में 35 हजार बसों के पहिए थम जाएंगे. निजी बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने धमकी दी है कि अगर सरकार कोरोना काल के दौरान लगाए गए टैक्स को वापस नहीं लेगी तो पूरे राज्य में अनिश्चितकालीन चक्का जाम किया जाएगा. निजी बस आपरेटरों का आरोप है कि कोरोना की वजह से सरकार ने लॉकडाउन लगा रखा था और निजी बसों के परिवहन पर रोक थी. इसके बावजूद सरकार उस दौरान का टैक्स ले रही है. सरकार से कई दौर की बातचीत हुई, लेकिन सरकार अपना रेवेन्यू छोड़ने के लिए तैयार नहीं है, जबकि बस चालाक भूखे मरने की नौबत से गुजर रहे हैं.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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