यूपी में एक और 'बिकरू कांड', शराब माफियाओं ने ऐसे किया कांस्टेबल का कत्ल, पुलिस ने लिया एक्शन
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उत्तर प्रदेश के कासगंज की तस्वीरें देखकर कानपुर के बिकरू कांड की यादें ताजा हो गई. शराब माफ़िया के हमले में एक पुलिस कांस्टेबल की जान जा चुकी है, लहूलुहान दरोगा अपने पैरों पर चलने-फिरने से लाचार हो चुका है. सीने पर सजी खाकी टुकड़े टुकड़े हो कर गायब हो चुकी है.
करीब 6 महीने पहले कानपुर वाले विकास दुबे की कहानी सामने आई थी. जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर 8 पुलिसवालों को मौत के घाट के उतार दिया था. इसके बाद पुलिस ने विकास दुबे को एनकाउंटर में मार गिराया था. अब फिर से यही कहानी यूपी में दोहराई गई है. कासगंज में शराब माफियाओं ने एक पुलिसवाले को पीट-पीटकर मार डाला और दूसरे को मरने हाल हालत में छोड़ दिया. इसके बाद पुलिस ने एनकाउंटर में शराब माफिया के भाई को मार गिराया. अब उस शराब माफिया की तलाश जोर शोर से की जा रही है. उत्तर प्रदेश के कासगंज की तस्वीरें देखकर कानपुर के बिकरू कांड की यादें ताजा हो गई. शराब माफ़िया के हमले में एक पुलिस कांस्टेबल की जान जा चुकी है, लहूलुहान दरोगा अपने पैरों पर चलने-फिरने से लाचार हो चुका है. सीने पर सजी खाकी टुकड़े टुकड़े हो कर गायब हो चुकी है. और इन सबके बीच इस वारदात का मास्टरमाइंड और इलाक़े में नाजायज शराब का सबसे बड़ा धंधेबाज़ मोती धीमर पुलिस की रडार से गायब हो चुका है.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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