यूपी: पुलिस ने पूर्व विधायक विजय मिश्रा को D12 गैंग में रजिस्टर किया, जानिए क्या है इसका मतलब ?
AajTak
भदोही पुलिस ने पूर्व विधायक विजय मिश्रा को D12 गैंग में रजिस्टर किया. ऐसे ही मुख्तार अंसारी मऊ पुलिस में IS 191 के तौर पर रजिस्टर कर रखा है. अमूमन जिलों में पेशेवर अपराधियों की कानूनी दस्तावेजों में कुंडली D के नाम से ही दर्ज होती है.
अपराध की दुनिया में D शब्द का नाम आते ही हमारे और आपके दिमाग में एक ही चेहरा और नाम आता है. वो नाम है अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसकी D कंपनी. लेकिन पुलिस के दस्तावेजों में इस शब्द के दूसरे ही मायने होते हैं. हर जिले में D से ही पेशेवर अपराधियों की कुंडली शुरू होती है.
हाल ही में भदोही पुलिस ने पूर्व विधायक विजय मिश्रा को D12 गैंग में रजिस्टर किया. ऐसे ही मुख्तार अंसारी मऊ पुलिस में IS 191 के तौर पर रजिस्टर कर रखा है. अमूमन जिलों में पेशेवर अपराधियों की कानूनी दस्तावेजों में कुंडली D के नाम से ही दर्ज होती है.
दरअसल हर जिले में अपराधियों का वर्गीकरण कर हर थाने के रजिस्टर no 8 में नाम पता लिखा होता है. शातिर चेन स्नेचर, लुटेरा, नकबजन, वाहन चोर, हत्यारा, डकैत, सुपारी किलर, दंगाई बलवा, शोहदा, ऐसे तमाम कॉलम में अपराधियों के नाम पता लिखे होते हैं. थानेवार अपराधियों का नाम पता लिखने के साथ जिले में भी एक लिस्ट बनाई जाती है. दरअसल जो अपराधी नहीं सुधरने वाले होते हैं बार-बार अपराध में नाम आता है और उनके गैंग में कई लोग जुड़ते जाते हैं.
ऐसे अपराधियों के नाम का बाकायदा गैंग चार्ट बनाया जाता है और उस गैंग चार्ट में उस गैंग का नाम पता, गैंग के सदस्यों का नाम पता हो लिया परिवार का ब्यौरा रिश्तेदारी आ प्रमुख रिश्तेदारों का ब्यौरा अपराध करने का तरीका कैसे अपराध करने में माहिर है. यह सब पूरा विवरण लिखा होता है. जिस अपराधी के गैंग में जिला स्तरीय मेंबर होते हैं, उसका नाम D यानी डिस्ट्रिक्ट और फिर सीरियल no 1,2,3, के हिसाब से लिखा होता है.
जिस अपराधी के गैंग मेंबर और अपराध का दायरा दूसरे राज्यों में फैला होता है, उसका विवरण IS यानी inter state के तौर पर दर्ज होता है. अपराधियों के गैंग के रजिस्ट्रेशन पर रिटायर्ड आईपीएस और डीजीपी मुख्यालय के एसपी क्राइम रहे जीपी चतुर्वेदी का कहना है, जिन लोगों पर गैंगस्टर एक्ट लगा हो उनका गैंग चार्ट भी बने यह जरूरी नहीं होता है. तमाम अफसर घोटालेबाजों के साथ मिलकर घपला करते हैं उनके ऊपर गैंगस्टर एक्ट लगता है, लेकिन उनका जिले में गैंग रेजीस्ट्रेशन हो यह जरूरी नहीं. D और IS के नाम से रजिस्ट्रेशन उन्हीं अपराधियों का किया जाता है, जिनके सुधरने की संभावना खत्म हो जाती है. बार-बार एक ही तरह का अपराध करते हैं और कई बार जेल से छूटने के बाद भी अपराध नहीं छोड़ते.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.