मोरबी हादसा: जामनगर के एक परिवार के 7 लोगों की मौत, गांव में सन्नाटा पसरा
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गुजरात के मोरबी में रविवार शाम को केबल ब्रिज टूटने की घटना में जामनगर के एक गांव के परिवार के सभी सात सदस्यों की मौत हो गई. इस गांव में रहने वाले जडेजा परिवार के सात लोग रविवार को मोरबी के एक मंदिर से लौट रहे थे. बच्चों ने केबल ब्रिज घूमने की इच्छा जताई, जिसके बाद पूरा परिवार ब्रिज पर घूमने चला गया था.
गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर बने ब्रिज के टूटने की घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है. इस भयावह हादसे में अब तक 134 लोगों की मौत हो गई है.मृतकों में बड़ी संख्या महिलाओं और बच्चों की है. लेकिन यह घटना जामनगर के एक परिवार पर कहर बनकर टूटी. ब्रिज टूटने से जामनगर के धरोल तालुका के जलिया देवानी गांव के एक परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई. इनमें पांच बच्चे शामिल हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, इस गांव में रहने वाले जडेजा परिवार के सात लोग रविवार को मोरबी के एक मंदिर से लौट रहे थे. बच्चों ने केबल ब्रिज घूमने की इच्छा जताई, जिसके बाद पूरा परिवार ब्रिज पर घूमने चला गया. लेकिन लौटकर नहीं आ पाया.
अधिकारियों का कहना है कि इस घटना में पूरे जामनगर जिले में 10 लोगों की मौत हुई है. गांव के जडेजा परिवार के जिन सात सदस्यों की मौत हुई है, उनकी पहचान 30 साल की किरण बा प्रतापसिंह, जय गंभीर सिंह जडेजा (55), अस्मिता जडेजा (26), शिवराज सिंह प्रद्युमन सिंह जडेजा (9), देवंशीबा प्रताप सिंह जडेजा (6) और देवर्षिबा (5) के रूप में की गई है.
मोरबी हादसे में गांव के एक परिवार के सभी सदस्यों की मौत की खबर से पूरे गांव में सन्नाटा पसरा है. मृतकों का शव जब अंतिम संस्कार के लिए गांव पहुंचा तो पूरा गांव उमड़ पड़ा. मृतकों का गांव में सामूहिक अंतिम संस्कार किया गया. कहा जा रहा है कि प्रशासन ने गांव की घेराबंदी कर दी है.
बता दें कि गुजरात के मोरबी की मच्छु नदी पर बना केबल ब्रिज रविवार शाम को टूट गया था, जिसमें अब तक 143 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. गुजरात सरकार ने मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की बात कही है. इस मामले पर प्रधानमंत्री मोदी ने उच्च अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की.
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