मोदी 3.0 कैबिनेट में TDP की कितनी हिस्सेदारी, कौन-कौन लेंगे शपथ... आ गई लिस्ट
AajTak
मोदी 3.0 में कैबिनेट का स्वरूप कैसा होगा इसे लेकर अभी आधिकारिक तौर पर कुछ सामने नहीं आया है और अटकलें ही लगाई जा रही हैं. इस बीच टीडीपी ने अपने कोटे के मंत्रियों के नाम की घोषणा कर दी है.
नरेंद्र मोदी आज शाम राष्ट्रपति भवन में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. करीब एक दशक बाद देश में फिर से गठबंधन सरकार की वापसी हो रही है. साल 2014 और 2019 से बीजेपी को अपने दम पर बहुमत हासिल हुआ था. लेकिन इस बार के लोकसभा चुनाव में भगवा पार्टी बहुमत के आंकड़े 272 से 32 कम रह गई है. हालांकि, भाजपा नीत गठबंधन एनडीए को 293 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत प्राप्त है. चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी और नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड एनडीए के दो प्रमुख घटक दल हैं.
मोदी 3.0 में कैबिनेट का स्वरूप कैसा होगा इसे लेकर अभी आधिकारिक तौर पर कुछ सामने नहीं आया है और अटकलें ही लगाई जा रही हैं. इस बीच टीडीपी ने अपने कोटे के मंत्रियों के नाम की घोषणा कर दी है. टीडीपी नेता जयदेव गल्ला ने X पर एक पोस्ट में बताया की उनकी पार्टी को मोदी 3.0 मंत्रिपरिषद में एक कैबिनेट और एक राज्य मंत्री का बर्थ मिला है. तीन बार के सांसद राम मोहन नायडू टीडीपी कोटे से नवगठित केंद्रीय मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री होंगे और पी चन्द्रशेखर पेम्मासानी राज्य मंत्री होंगे.
राम मोहन नायडू टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू के करीबी सहयोगी हैं. वह लोकसभा में श्रीकाकुलम ससंदीय निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. डॉ. पी. चन्द्रशेखर पेम्मासानी गुंटूर से पहली बार सांसद बने हैं. वह पेशे से एक डॉक्टर और उद्यमी हैं. इस बार के लोकसभा चुनावों में वह सबसे अमीर प्रत्याशियों में से एक थे. बता दें कि आंध्र प्रदेश में टीडीपी, भाजपा और जनसेना पार्टी ने इस बार विधानसभा और लोकसभा चुनाव गठबंधन में लड़ा था. आंध्र में 25 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से टीडीपी को 16, बीजेपी को 3 और जनसेना को 2 सीट पर जीत मिली है. जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी ने को 4 सीटों पर जीत मिली. इस तरह एनडीए ने आंध्र में 25 में से 21 संसदीय सीटों पर जीत दर्ज की.
नरेंद्र मोदी शपथग्रहण समारोह से पहले नए मंत्रीपरिषद के सदस्यों के साथ अपने आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर मुलाकात करेंगे.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.