मोदी सरकार के शपथ ग्रहण को लेकर पुलिस ने जारी की ट्रैफिक एडवाइजरी, इन रूट्स पर बंद रहेगा यातायात
AajTak
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के अनुसार राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की 5 कंपनियां तैनात की जाएंगी. इसके अलावा, एनएसजी कमांडो, ड्रोन और स्नाइपर्स भी समारोह के दौरान राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा करेंगे.
मोदी सरकार 3.0 का शपथ ग्रहण समारोह आज होगा. इसे लेकर बड़े स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं, इसे लेकर दिल्ली पुलिस के करीब 1100 ट्रैफिक कर्मचारियों को तैनात किया गया है. इसके साथ ही ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की गई है. शपथ ग्रहण समारोह शाम 6 बजे से शुरू होगा. शपथ ग्रहण समारोह में बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है, जिससे राष्ट्रपति भवन के आसपास की सड़कों पर यातायात प्रभावित हो सकता है. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के अनुसार राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की 5 कंपनियां तैनात की जाएंगी. इसके अलावा, एनएसजी कमांडो, ड्रोन और स्नाइपर्स भी समारोह के दौरान राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा करेंगे.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ट्रैफिक प्रशांत गौतम ने कहा कि करीब 1,100 ट्रैफिक कर्मचारियों को तैनात किया गया है. उन्हें सभी निर्देशों के बारे में जानकारी दी गई है, हमने सभी रिहर्सल कर ली है. ट्रैफिक मूवमेंट के लिए आम लोगों के लिए एक एडवाइजरी जारी की गई है. डीसीपी ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह में आने वाले विदेशी प्रतिनिधियों और राष्ट्राध्यक्षों के लिए उचित व्यवस्था की गई है. अलग से रूट की व्यवस्था की गई है और एक कंट्रोल एरिया भी तैयार किया गया है.
दोपहर 2 से रात 11 बजे यहां रहेगा ट्रैफिक बंद
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक 9 जून को इन सड़कों पर दोपहर 2:00 बजे से रात 11:00 बजे तक ट्रैफिक बंद रहेगा. सिर्फ पैदल चलने वालों को ही आवाजाही की अनुमति होगी.
- संसद मार्ग (ट्रांसपोर्ट भवन और टी-पॉइंट रफी अहमद किडवाल मोर्ग के बीच) - नॉर्थ एवेन्यू रोड - साउथ एवेन्यू रोड - कुशक रोड - राजाजी मार्ग - कृष्ण मेनन मार्ग - तालकटोरा रोड - पंडित पंत मार्ग
किसी भी वाहन को इन रूट पर आने जाने और रुकने की अनुमति नहीं होगी.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.