
'मेरी मौत पत्नी के टॉर्चर से हुई', परिवार ने कॉफिन पर लिखवाई सुसाइड की वजह, कर्नाटक में अतुल सुभाष जैसा एक और केस
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पीटर के भाई जोयल ने कहा, 'कल रविवार को सभी लोग चर्च गए थे. दोपहर 12:30 बजे जब हम वापस आए तो मेरी मौसी ने देखा कि मेरे भाई ने फांसी लगा ली है. उसने एक डेथ नोट लिखा था, जिसमें उसने कहा था कि उसकी पत्नी फीभे, जिसका निकनेम पिंकी है, चाहती थी कि वह मर जाए. उसने लिखा कि वह अपनी पत्नी की प्रताड़ना के कारण आत्महत्या कर रहा है. उसने यह भी लिखा कि डैडी आई एम सॉरी और अन्ना (भाई) प्लीज पैरेंट्स का ख्याल रखना.'
कर्नाटक के हुबली शहर में पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर एक पति ने सुसाइड कर ली. पीटर नाम का यह शख्स अपने पीछे छोड़ गया है एक सुसाइड नोट, जिसमें उसने अपनी पत्नी पर प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं. जानकारी के मुताबिक, मृतक ने माता-पिता से ताबूत पर 'पत्नी की प्रताड़ना' को 'मौत की वजह' के रूप में लिखवाने के लिए कहा था. पीटर के परिवार ने उसके और उसकी पत्नी के बीच रिश्तों की पूरी कहानी बताई है और बताया कि किस तरह पीटर की पत्नी उसे टॉर्चर करती थी. इस केस ने कुछ महीने पहले बेंगलुरु के अतुल सुभाष केस की यादें ताजा कर दी हैं.
घटना हुबली के चामुंडेश्वरी नगर की है. यहां पीटर नाम के एक शख्स ने आत्महत्या कर ली. उसने सुसाइड नोट में लिखा, 'डैडी, आई एम सॉरी.' पीटर ने अपनी मौत के लिए अपनी पत्नी पिंकी को जिम्मेदार ठहराया है. उसने आरोप लगाया कि मेरी पत्नी पिंकी मुझे मारती है. वह मुझे मार देना चाहती है. पीटर ने कथित तौर पर घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वह एक निजी कंपनी में काम करता था. पिछले कुछ दिनों से पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे.पीटर ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है, 'मैं अपनी पत्नी के टॉर्चर के कारण आत्महत्या कर रहा हूं.'
ऑफिस मीटिंग के बीच झगड़े से छूटी नौकरी
पीटर के पिता ओबैया ने कहा, 'मेरे बेटे की मौत उसकी पत्नी की प्रताड़ना के कारण हुई. उसने एक पत्र भी लिखा, जिसमें यही बात कही गई है. पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद कर लिया है. वह सुबह 7 बजे घर से निकल जाती थी और रात को 7 बजे वापस आती थी. जब उससे पूछा जाता था कि वह देर से क्यों आती है, तो वह कहती थी कि हम उसे प्रताड़ित कर रहे हैं.'
उन्होंने कहा, 'वह एक प्राइवेट स्कूल में टीचर थी. उसके भाई ने मेरे बेटे को फोन करके बताया कि स्कूल में उसे प्रताड़ित किया जाता है और उसे वहां काम करवाना बंद करवा दे. एक महीने बाद मेरे बेटे ने उसे वह नौकरी छुड़वा दी. इसके बाद वह अपनी मां के घर चली जाती थी. वह कहती थी कि वह जहां चाहेगी, वहां जाएगी और बदतमीजी से बात करती थी.'
ओबैया ने कहा, 'वह कहती थी कि तुम मर भी जाओ, तो भी मैं वापस नहीं आऊंगी. उनके तलाक का मामला कोर्ट में है. उसके भाई ने 20 लाख रुपये मुआवजा मांगा था. जब वे साथ रह रहे थे, तब मेरे बेटे के पास कोई काम नहीं था. ऑफिस मीटिंग के दौरान उनमें झगड़ा हो गया था और कंपनी ने उसे काम से निकाल दिया था. वे 2 साल से साथ थे.'

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