
नागपुर हिंसा: दंगाइयों की साजिश का सच आया सामने, देखें 'स्पेशल रिपोर्ट'
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नागपुर में हुई हिंसा की एफआईआर में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. दंगाइयों ने पूरी प्लानिंग के साथ हिंसा को अंजाम दिया और औरंगजेब के नाम पर भीड़ को उकसाया. महिला पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया गया, उनके कपड़े फाड़ने की कोशिश की गई. पुलिस पर पेट्रोल बम फेंके गए और हिंदू समाज और पुलिस को गालियां दी गईं.

खनौरी सीमा पर 200 किसानों को हिरासत में लिया गया है, जबकि शंभू सीमा पर लगभग 300 किसान मौजूद हैं, जिन्हें जल्द ही हिरासत में लिया जा सकता है. किसानों और पुलिस के बीच झड़प के बाद, खनौरी सीमा और आसपास के संगरूर और पटियाला जिलों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. इसके अलावा भी पंजाब के कई इलाकों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं.

Gurugram: शराब कारोबारी को गोलियों से भूना, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का कनेक्शन, गैंगस्टर नरेश सेठी पर शक
गुरुग्राम में शराब कारोबारी बलजीत की हत्या के तार लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हैं. गैंगस्टर नरेश सेठी ने शराब कारोबार में एकछत्र राज कायम रखने के लिए साजिश रची. पुलिस ने इस मामले में 20 हजार के इनामी शूटर टेक चंद उर्फ मोहित को गिरफ्तार किया है.

किसान नेताओं और केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों के बीच बुधवार को सातवें दौर की बातचीत हुई. बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल शामिल हुए. पंजाब सरकार की ओर से वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां बैठक में उपस्थित रहे.

नागपुर में हुई हिंसा के बाद पुलिस की कार्रवाई जारी है. मुख्य आरोपी फहीम खान सहित 51 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया है. औरंगजेब विवाद पर सियासत गरम है, जहां कुछ नेता इसे अप्रासंगिक बता रहे हैं तो कुछ इसे मराठी अस्मिता से जोड़ रहे हैं. देखें.