मुरादनगर: 'छोटा हरिद्वार' के महंत पर FIR, चेंजिंग रूम की तरफ कैमरा लगाकर महिलाओं को कपड़े बदलते देखने का आरोप
AajTak
गाजियाबाद के मुरादनगर में स्थित गंग नहर को छोटा हरिद्वार नाम से भी जाना जाता है. वहां पर प्रशासन ने जेसीबी चलाकर अवैध दुकानों को हटाया. दरअसल, मंदिर के महंत मुकेश गिरी के खिलाफ एक महिला ने शिकायत की थी. आरोप है कि उसने घाट के चेंजिंग रूम की तरफ सीसीटीवी कैमरे लगाए थे, जिनका एक्सेस उसके मोबाइल में था. आरोपी फिलहाल फरार है.
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मुरादनगर में स्थित गंग नहर को छोटा हरिद्वार नाम से भी जाना जाता है. यहां प्रशासन ने जेसीबी चलाकर अवैध दुकानों को हटाया है. दरअसल, एक महिला की शिकायत के बाद प्रशासन ने यह कार्रवाई की है. एक महिला ने गंग नहर मंदिर के महंत मुकेश गिरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप है कि महंत मुकेश गिरी ने घाट के चेंजिंग रूम की तरफ सीसीटीवी कैमरे लगा रखे थे, जिनका एक्सेस उसने अपने मोबाइल में ले रखा था.
आरोप के मुताबिक, आरोपी महंत नहर के घाट पर महिलाओं को कपड़े चेंज करने के दौरान उनके वीडियो देखता था. एक महिला की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस ने IPC की धारा 354, 354G, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया है. वहीं, पुलिस अब मामले की जांच में जुटी है.
यह भी पढ़ें- Ghaziabad: सिगरेट के पैसे मांगने पर दुकानदार को जमकर पीटा, पत्नी को भी नहीं छोड़ा, BJP पार्षद गिरफ्तार
पुलिस ने चेंजिंग रूम को भी तोड़ा
पुलिस ने बताया कि यह गंभीर मामला है क्योंकि पूजा करने वाले नहर घाट स्थल पर बने चेंजिंग रूम की तरफ कैमरा घुमाया गया है. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. साथ ही मामले की गंभीरता को देखते हुए नहर के आस-पास और वहां पर मौजूद अतिक्रमण को हटाया गया है. इसके अलावा चेंजिंग रूम को भी तोड़ दिया गया है.
पुलिस का कहना है कि मामले की गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है. जो भी आरोपी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, इस पूरे मामले में डीसीपी देहात विवेक चंद्र यादव ने बताया कि मुकेश पुजारी नहर घाट पर पूजा पाठ का काम करवाते थे. उनके द्वारा चेंजिंग रूम की तरफ कैमरे लगाने का प्रकरण सामने आया है.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.