मार्च में भी आरोपियों ने की थी संसद की रेकी, सुरक्षा चूक पर हुए ये 10 खुलासे, UAPA के तहत FIR दर्ज
AajTak
संसद की सुरक्षा में हुई बड़ी चूक के मामले में अब तक जो जांच हुई है उसमें काफी कुछ पता चला है. सभी आरोपी सोशल मीडिया पेज 'भगत सिंह फैन क्लब' से जुड़े हुए थे. इनमें से दो ने मार्च और जुलाई में संसद भवन परिसर की रेकी की थी.
22 साल पहले 13 दिसंबर 2001 को भारतीय संसद को आतंकियों ने निशाना बनाया था. लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के 5 आतंकवादियों ने संसद भवन पर हमला किया था. कल जब देश अपने लोकतंत्र के मंदिर पर कायराना आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर शहीदों को याद कर रहा था, उसी दिन नवनिर्मित संसद भवन में एक बार फिर सूरक्षा में बड़ी चूक की घटना घटी. इस मामले में अब तक कुल 6 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. जबकि एक आरोपी अभी फरार है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईपीसी की धाराओं 452 (ट्रेसपासिंग) और 120-B (आपराधिक षडयंत्र) के बलावा UAPA की संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया है.
लोकसभा कक्ष की दर्शक दीर्घा में बैठे दो युवक मेन एरिया में कूद गए जहां सांसद बैठे थे. उन्होंने अपने जूते से कलर स्प्रे निकालकर छिड़कना शुरू कर दिया और नारे लगाए. सांसदों ने जल्द ही दोनों युवकों को काबू में कर लिया और सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया. दोनों युवकों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी के रूप में हुई है. जब लोकसभा के अंदर यह घटना हो रही थी, उसी वक्त संसद भवन के बाहर एक पुरुष और एक महिला कनस्तरों से रंगीन गैस का छिड़काव कर रहे थे और नारे लगा रहे थे. उन्हें भी हिरासत में ले लिया गया है. दोनों की पहचान अमोल शिंदे और नीलम देवी के रूप में हुई है.
विक्की शर्मा और उसकी पत्नी वृंदा को पुलिस ने गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है. ये सभी आरोपी विक्की के घर ही रुके थे. ललित झा नाम के एक युवक को पुलिस तलाश रही है, जो संसद भवन और उसके बाहर हंगामा करने वाले सभी आरोपियों के मोबाइल फोन लेकर फरार है. सागर शर्मा, मैसूरु से भाजपा के लोकसभा सदस्य प्रताप सिम्हा के अतिथि के रूप में विजिटर गैलरी में आया था. 35 वर्षीय मनोरंजन डी कर्नाटक के मैसूर का रहने वाला है. उसके पास बेंगलुरु के विवेकानंद विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री है. इस मामले में अब तक हुई जांच में क्या-क्या सामने आया है आइए जानते हैं...
1. सभी आरोपी सोशल मीडिया पेज 'भगत सिंह फैन क्लब' से जुड़े हुए थे. ये सभी तकरीबन डेढ़ साल पहले मैसूर में मिले थे. 9 महीने बाद सभी एक बार फिर मिले और तभी संसद में अराजकता फैलानेका प्लान बनाया था.
2. इस साल मार्च में बजट सत्र के दौरान मनोरंजन डी बेंगलुरु से दिल्ली आया था और विजिटर पास लेकर संसद भवन की रेकी की थी.
3. जुलाई में सागर लखनऊ से दिल्ली आया था. लेकिन संसद भवन के अंदर नहीं जा पाया था. उसने बाहर से ही रेकी की थी.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.