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'मारियुपोल को बचाना असंभव है...', रूसी हमलों के बीच बोले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की
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लंबे समय से रूसी हमलों से जूझ रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा है कि हमारे लिए टैंक और विमानों के बिना मारियुपोल को बचाना असंभव है. उन्होंने कहा- यूक्रेन रूसी मिसाइलों को शॉटगन और मशीनगनों से नहीं मार सकता.
रूस के हमले से जूझ रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि अतिरिक्त टैंकों, विमानों के बिना मारियुपोल को बचाना असंभव है. यूक्रेन रूसी मिसाइलों को शॉटगन और मशीनगनों से नहीं मार सकता. इसलिए हम आवश्यक हथियारों के लिए बहुत समय से इंतजार कर रहे हैं. अपने संबोधन में उन्होंने ये भी कहा- "यूरो-अटलांटिक समुदाय का नेतृत्व कौन कर रहा है? क्या येअभी भी मास्को है?"
आगे जेलेंस्की ने कहा कि अगर यूक्रेन को विमान नहीं मिलते हैं तो रूस पड़ोसियों को धमकी दे सकता है. पोलिश राष्ट्रपति आंद्रेजेज डूडा के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि वो निराश हैं कि यूक्रेन को पोलिश मिग -29 जेट नहीं मिला है.
गौरतलब है कि अमेरिका और यूरोपीय देशों के तमाम अंतर्राष्ट्रीय दबाव के बावजूद यूक्रेन पर रूस के हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. दो सप्ताह पहली ही यहां एक थिएटर पर बमबारी हुई थी. यहां सैकड़ों लोगों ने शरण ली हुई है.
'बात करने का समय आ गया है'
इस हमले के बाद जेलेंस्की ने चेतावनी भरे स्वर में कहा था- मैं चाहता हूं कि अब हर कोई मेरी बात सुने, खासकर मॉस्को में. शांति पर सार्थक बातचीत हो, रूस के लिए अपनी गलतियों से होने वाले नुकसान को कम करने का एकमात्र मौका है. अब मिलने और बात करने का समय आ गया है. यह यूक्रेन के लिए क्षेत्रीय अखंडता और न्याय बहाल करने का समय है. अन्यथा, रूस का नुकसान इतना बड़ा होगा कि कई पीढ़ियां उसे सुधार नहीं पाएंगी.
बाइडेन का पुतिन पर जबरदस्त प्रहार
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर गहन चर्चा की गई. इस चर्चा में अमेरिका ने भारत को F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स, स्ट्राइकर कॉम्बैट व्हीकल्स और जावलिन मिसाइल्स की पेशकश की. विशेषज्ञों का विचार है कि ये हथियार भारत की आत्मनिर्भरता नीति के सटीक अनुरूप नहीं हैं.
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रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
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PM नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. आतंकवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बन गई, जिसमें ठाकुर हसन राणा के प्रत्यर्पण का विषय भी शामिल था. फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग पर भी वार्ता हुई, जहाँ अमेरिकी बाजार में भारतीय जेनेरिक दवाओं की भारी मांग है.