महाराष्ट्र में अकेले चुनाव लड़ेंगे ठाकरे भाई..., राज ने ऐलान किया, उद्धव भी सभी 280 सीटों पर करवा रहे सर्वे, वर्कर्स से पूछे हैं 10 सवाल
AajTak
हाल ही में सेना भवन में आयोजित एक बैठक में उद्धव ठाकरे ने राज्यभर के अपने सभी 'संपर्क प्रमुखों' (कम्युनिकेशन हेड) से एक रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है. संपर्क प्रमुखों से पूछा है कि अगर वे लोकसभा नतीजों के आधार पर सहयोगियों या निर्दलीय के साथ विधानसभा चुनाव लड़ते हैं तो क्या होगा?
लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र में ठाकरे बंधु (उद्धव और राज) आगामी विधानसभा चुनाव में अकेले लड़ने की संभावनाएं तलाश रहे हैं. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने लोकसभा चुनाव में एनडीए के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया था. उसके बाद अब गुरुवार को उन्होंने मुंबई में पार्टी की बैठक बुलाई और उसमें विधानसभा चुनाव में 200 से 225 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.
दूसरी ओर यूबीटी सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी महाराष्ट्र में विधानसभावार उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी है. यानी वो भी पूरे राज्य में चुनाव लड़ने की संभावनाएं तलाश रहे हैं. लोकसभा चुनाव के नतीजों ने उद्धव ठाकरे का मनोबल भी बढ़ाया है.
हाल ही में सेना भवन में आयोजित एक बैठक में उद्धव ठाकरे ने राज्यभर के अपने सभी 'संपर्क प्रमुखों' (कम्युनिकेशन हेड) से एक रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है. संपर्क प्रमुखों से पूछा है कि अगर वे लोकसभा नतीजों के आधार पर सहयोगियों या निर्दलीय के साथ विधानसभा चुनाव लड़ते हैं तो क्या होगा? इसी तरह उद्धव ने इस बात पर भी रिपोर्ट मांगी है कि क्या लोकसभा चुनाव में उनके अपने उम्मीदवार और सहयोगी पार्टी के उम्मीदवार के पदाधिकारियों ने एक साथ काम किया था?
जिस क्राइटेरिया के आधार यह रिपोर्ट मांगी गई है, उसकी लिस्ट आजतक के पास है. यूबीटी सेना राज्य की सभी 288 विधानसभा सीटों पर सर्वे करवा रही है.
यह भी पढ़ें: 'उद्धव ठाकरे को नहीं मिले मराठी और उत्तर भारतीयों के वोट', बोले देवेंद्र फडणवीस
वो क्राइटेरिया.. जिस पर मांगी गई रिपोर्ट
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.