मणिपुर में घुसपैठियों ने बना डाले 996 नए गांव! CM बीरेन सिंह बोले- सभी को भेजेंगे वापस
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मुख्यमंत्री बिरेन सिंह ने कहा कि मणिपुर में प्रवेश करने वाले सभी "अवैध घुसपैठियों" को उचित कानूनी प्रक्रिया के तहत उनके संबंधित देशों में भेज दिया जाएगा. स्वदेशी लोगों की रक्षा करना उनकी सरकार के लिए सर्वोपरि है. हमारे पास उपलब्ध आंकड़े बताते हैं कि अवैध प्रवासन के कारण राज्य में 996 नए गांव बन गए हैं.
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि म्यांमार से 5,800 से ज्यादा अवैध प्रवासी आ गए हैं. इन्होंने जिले के कामजोंग में शरण ली है. रविवार को इंफाल में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि म्यांमार में चल रहे गृहयुद्ध के कारण 5,800 से अधिक अवैध प्रवासी मणिपुर में प्रवेश कर गए हैं और कामजोंग जिले के आठ गांवों में शरण ली है.
उन्होंने कहा, ''इनमें से 15 की प्राकृतिक कारणों से मौत हो गई और 359 लोग म्यांमार लौट दए हैं. म्यांमार में स्थिति सुधरने पर उन्हें निर्वासित कर दिया जाएगा.
मणिपुर में प्रवेश करने वाले सभी "अवैध घुसपैठियों" को उचित कानूनी प्रक्रिया के तहत उनके संबंधित देशों में भेज दिया जाएगा. स्वदेशी लोगों की रक्षा करना उनकी सरकार के लिए सर्वोपरि है. हमारे पास उपलब्ध आंकड़े बताते हैं कि अवैध प्रवासन के कारण राज्य में 996 नए गांव बन गए हैं.
सिंह ने कहा, "उनके नामित शिविर स्थानीय लोगों से मिलने से रोकने के लिए स्थानीय बस्तियों से दूर स्थित हैं. गांव की स्थानीय समिति ज्यादातर नामित शिविरों के आवास और रखरखाव का प्रबंधन कर रही है और आवश्यक चीजें उन्हें प्रदान की जा रही हैं."
उन्होंने आगे कहा कि आप्रवासियों को प्रशासन द्वारा पहचान पत्र प्रदान किए जाते हैं और हर दूसरे दिन गिनती की जाती है. मुख्यमंत्री ने कहा, "उनमें से कई लोग म्यांमार वापस जाने के इच्छुक हैं क्योंकि खेती का मौसम शुरू हो गया है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में म्यांमार सेना द्वारा बमबारी के कारण वे झिझक रहे हैं."
उन्होंने कहा कि जिले में सुरक्षा तैनाती मजबूत करने के अलावा, प्रशासन ने अवैध प्रवासियों के बायोमेट्रिक्स को रिकॉर्ड करना और इसे गृह मंत्रालय के पोर्टल पर अपलोड करना भी शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा, 284 लोगों के बायोमेट्रिक्स अभी तक दर्ज नहीं किए गए हैं.
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