भारत में अब तक 3 बार लग चुका है आपातकाल, जानिए इंदिरा गांधी की लगाई इमरजेंसी पर ही क्यों मचता है बवाल?
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आज 25 जून है, आज के ही दिन 1975 को देश में आपातकाल लगा था. इंदिरा गांधी के मंत्रिमंडल की सिफारिश पर तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने इमरजेंसी की घोषणा की थी. यह पहली बार नहीं था जब देश में इमरजेंसी लगाई गई थी. 1975 में तीसरी बार इसकी घोषणा हुई. आइए जानते हैं कब-कब देश में आपातकाल लगा और क्यों इसकी घोषणा की गई.
आज से ठीक 49 साल पहले 1975 में 25 जून को इंदिरा गांधी की अगुवाई वाली सरकार ने देश पर इमरजेंसी थोपी थी. इस दौरान लोगों से उनके मौलिक अधिकार तक छीन लिए गए थे. वैसे यह पहली बार नहीं था जब देश में आपातकाल लगाया गया, लेकिन जिस वजह से और जिन परिस्थितियों में इसकी घोषणा की गई थी, उससे पूरे देश में उथल-पुथल मच गई थी. 1975 के पहले भी देश में दो बार इमरजेंसी लगाई गई थी, लेकिन दोनों ही बार इसके पीछे ठोस वजह थी. 1975 से पहले कब-कब और क्यों इमरजेंसी लगानी पड़ी थी?
कब और कैसे लगता है आपातकाल
भारत के संविधान के अनुच्छेद 352 के अंतर्गत राष्ट्रपति को राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करने का अधिकार है. प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाले मंत्रिमंडल की लिखित सिफारिश पर आपातकाल की घोषणा की जाती है. इसके तहत नागरिकों के सभी मौलिक अधिकार निलंबित हो जाते हैं. जब सम्पूर्ण देश या किसी राज्य पर अकाल, बाहरी देशों के आक्रमण या आंतरिक प्रशासनिक अव्यवस्था या अस्थितरता आदि की स्थिति उत्पन्न हो जाए, उस समय उस क्षेत्र की सभी राजनैतिक और प्रशासनिक शक्तियां राष्ट्रपति के हाथों में चली जाती हैं. भारत में अब तक भारत में कुल तीन बार आपातकाल लग चुका है. इसमें वर्ष 1962, 1971 तथा 1975 में अनुच्छेद 352 के अंतर्गत राष्ट्रीय आपातकाल लगाया गया था.
1962 में लगा पहला आपातकाल
पहली बार देश में आपातकाल 26 अक्टूबर 1962 से 10 जनवरी 1968 के बीच लगा. यह वह दौर था जब भारत और चीन के बीच युद्ध चल रहा था. उस समय आपातकाल की घोषणा इसलिए की गई, क्योंकि तब "भारत की सुरक्षा" को "बाहरी आक्रमण से खतरा" घोषित किया गया था. इस वक्त देश के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू थे.
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