
ब्लास्ट प्रूफ डोर, फायरिंग होल... 55 मीटर लंबी और 10 मीटर गहरी, ऐसा थी अल-शिफा अस्पताल के नीचे मौजूद हमास की टेरर टनल
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इजरायल की सेना ने एक वीडियो जारी करते हुए दावा किया है कि गाजा पट्टी के अल-शिफा अस्पताल के नीचे एक 55 मीटर की सुरंग में एक सैनिक और दो विदेशी बंधकों को कैद कर रखा गया था. इजरायल के मुताबिक अल-शिफा के परिसर के नीचे 10 मीटर गहराई तक सुरंग खोदी गई थी.
इजरायल और हमास में जारी जंग के बीच इजरायल सेना ने रविवार को गाजा पट्टी के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा के नीचे हमास के एक सुरंग का कथित वीडियो जारी किया है. इजरायल के मुताबिक, हमास ने पूरे फिलिस्तीनी क्षेत्र में सैकड़ों किलोमीटर लंबी गुप्त सुरंगों और बंकरों का एक नेटवर्क तैयार किया है. खुफिया जानकारी के आधार पर, आईडीएफ का दावा है कि हमास ने अल- शिफा अस्पताल परिसर के नीचे 10 मीटर गहरी 55 मीटर लंबी सुरंग बनाई थी जिसमें दो विदेश बंधक छिपाकर रखे गए थे.
आईडीएफ के मुताबिक,'वीडियो में दिख रहा है कि एक गहरी सीढ़ी सुरंग के मुहाने से प्रवेश द्वार की ओर जाती है. यहां ब्लास्ट-प्रूफ दरवाजा और फायरिंग होल भी हैं. इस प्रकार के दरवाजे का उपयोग हमास द्वारा इजरायली सुरक्षाबलों को कमांड सेंटरों में आने से रोकने के लिए किया जाता है.सुरंग शाफ्ट अस्पताल के अंदर एक वाहन के बगल में खुला था, जिसमें आरपीजी, विस्फोटक और कलाश्निकोव राइफल सहित कई हथियार रखे गए थे.'
हमास ने अस्पताल में बनाया था अपना सेंटर- आईडीएफ
आईडीएफ और आईएसए बल सुरंग के मार्ग का पता लगाने का काम जारी रखे हुए हैं. 16 नवंबर, 2023 को भी आईडीएफ ने एक वाहन का फुटेज जारी किया था जिसमें कई हथियार पाए गए थे. इस फुटेज में सुरंग के अंदर के दृश्य दिखाए गए हैं. इन वीडियोज से साफ होता है कि अस्पताल परिसर में कई इमारतों का उपयोग हमास द्वारा आतंकवादी बुनियादी ढांचे और गतिविधियों के लिए कवर के रूप में किया जा रहा था. हमास के आतंकी अपनी जानलेवा आतंकवादी गतिविधियों के बदले में गाजा पट्टी के लोगों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे.
इजरायल ने जारी किया वीडियो
इजरायली सेना ने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'यह नरसंहार के दिन यानि 7 अक्टूबर, 2023 का वीडियो है जिसमें दिख रहा है कि सुबह 10:42 बजे से 11:01 बजे के बीच इजरायल से बंधक बनाकर लाए गए एक नेपाली नागरिक और एक थाई नागरिक को शिफा अस्पताल में लाया था. वीडियो में बंधक हथियारबंद हमास आतंकियों से घिरे नजर आ रहे हैं.बंधकों में से एक घायल है और उसे अस्पताल के बिस्तर पर ले जाया जा रहा है और दूसरा पैदल चल रहा है. इससे साबित होता है कि हमास आतंकवादी संगठन ने 7 अक्टूबर को नरसंहार के दिन शिफ़ा अस्पताल परिसर का उपयोग आतंकवादी बुनियादी ढांचे के रूप में किया था.'

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