
ब्रिटिश तेल टैंकर पर लगी आग इंडियन नेवी ने बुझाई, हूती विद्रोहियों ने बनाया था जहाज को निशाना
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इंडियन नेवी ने कहा कि मार्लिन लुआंडा में लगी आग पर काबू पा लिया गया है. ये वही टैंकर है जिस पर 22 भारतीय सवार हैं. INS विशाखापत्तनम की अग्निशमन टीम, जिसमें विशेषज्ञ अग्निशमन उपकरणों के साथ 10 भारतीय नौसेना कर्मी शामिल थे, वह 27 जनवरी को जहाज पर चढ़े.
ब्रिटिश तेल टैंकर मार्लिन लुआंडा को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. इंडियन नेवी ने कहा कि मार्लिन लुआंडा में लगी आग पर काबू पा लिया गया है. ये वही टैंकर है जिस पर 22 भारतीय सवार हैं. INS विशाखापत्तनम की अग्निशमन टीम, जिसमें विशेषज्ञ अग्निशमन उपकरणों के साथ 10 भारतीय नौसेना कर्मी शामिल थे, वह 27 जनवरी को जहाज पर चढ़े. एमवी के चालक दल के साथ आग पर 6 घंटे की मशक्कत के बाद अग्निशमन दल ने सफलतापूर्वक काबू पा ली है. साथ ही कहा कि टीम फिलहाल स्थिति पर नजर रख रही है.
INS विशाखापत्तनम ने एमवी के एसओएस कॉल का जवाब दिया था और सहायता प्रदान करने के लिए आगे बढ़ा था. एक अमेरिकी और फ्रांसीसी युद्धपोत ने भी संकट कॉल का जवाब दिया था. भारतीय नौसेना मर्चेंट शिपिंग और नाविकों की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है.
बता दें कि 26 जनवरी को हूती विद्रोहियों ने ब्रिटिश तेल टैंकर मार्लिन लुआंडा को निशाना बनाया था. इस पर 22 भारतीय सवार हैं. नौसेना ने कहा कि उसके निर्देशित मिसाइल विध्वंसक, आईएनएस विशाखापत्तनम को 26 जनवरी की रात तेल टैंकर से एक क्राइसिस कॉल के जवाब में अदन की खाड़ी में तैनात किया गया था.
नौसेना ने एक बयान में कहा, "संकटग्रस्त मर्चेंट वेसल पर अग्निशमन प्रयासों को एमवी पर चालक दल की सहायता के लिए आईएनएस विशाखापत्तनम द्वारा तैनात अग्निशमन उपकरणों के साथ एनबीसीडी टीम द्वारा बढ़ाया जा रहा है. नौसेना ने पुष्टि की कि यमन के ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा निशाना बनाए गए जहाज पर 22 भारतीय और 1 बांग्लादेशी चालक दल सवार हैं. ईंधन टैंकर को ट्रेडिंग फर्म ट्रैफिगुरा की ओर से संचालित किया गया था, और कंपनी ने पुष्टि की कि लाल सागर को पार करते समय एक मिसाइल ने मार्लिन लुआंडा पर हमला किया. ब्रिटिश तेल टैंकर के साथ-साथ एक अमेरिकी युद्धपोत, विध्वंसक यूएसएस कार्नी पर भी हूती समूह ने हमला किया था.

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