'बीजेपी में आ जाओ बेल करवा देंगे, जेल में सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को मिला ऑफर', बोले केजरीवाल
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केजरीवाल ने कहा कि जेल के अंदर मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के पास मैसेज गए हैं. उनसे कहा गया है कि आप बीजेपी में आ जाओ, आपकी बेल करवा देंगे. ये कौन करवाता है? उन्होंने कहा कि ये कानून पूरे विपक्ष को खत्म करने के लिए बनाया गया है. विपक्ष को तोड़कर बीजेपी में शामिल कराने के लिए और इस देश से जनतंत्र खत्म करने के लिए बनाया गया है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इंडिया टुडे टीवी के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई से खास बातचीत की. इंटरव्यू के दौरान केजरीवाल ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. केजरीवाल ने कहा कि जिस मनीष सिसोदिया ने अच्छे स्कूल बनाए, उन्हें डेढ़ साल से जेल में डाल रखा है. जिस सत्येंद्र जैन ने मोहल्ला क्लिनिक बनाए, उन्हें जेल में बंद कर दिया. साथ ही कहा कि जेल के अंदर मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के पास मैसेज गए हैं. उनसे कहा गया है कि आप बीजेपी में आ जाओ, आपकी बेल करवा देंगे. ये कौन करवाता है?
सत्येंद्र जैन 2 साल से लगभग जेल में है, उनको बेल नहीं मिल रही. मनीष सिसोदिया को भी बेल नहीं मिली है. आपको भी एजेंसी में जेल में रखा है, तो आप सब कुछ मोदी जी पर कैसे डाल सकते हैं? इस सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि पहला सवाल तो यही है कि क्या कोई घोटाला हुआ है? ये लोग कह रहे हैं 100 करोड़ का घोटाला हुआ. तो कभी कहते हैं कि 1100 करोड़ का घोटाला हुआ. तो हम (केजरीवाल) पूछते हैं कि इसका पैसा कहां गया? इन्होंने 500 से ज्यादा जगह छापेमारी कर ली. इन्हें एक नया पैसा नहीं मिला. कोई प्रॉपर्टी भी नहीं मिली. ये सब हवा में गायब तो नहीं हो गया. कहीं तो खर्चा किया गया होगा.
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केजरीवाल ने कहा कि मोदीजी ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि केजरीवाल अनुभवी चोर है. इसलिए सबूत नहीं मिल रहे, इसका मतलब मोदीजी ने भी पूरे देश के सामने माना कि उनके पास कोई सबूत नहीं हैं, इस केस में कोई रिकवरी ही नहीं हुई है.
बेल न मिलने के मुद्दे पर CM केजरीवाल ने कहा कि सवाल ये है कि हमें बेल क्यों नहीं मिल रही? तो इसकी वजह है कि ये नया कानून मोदीजी ने तीन साल पहले बनाया था, अभी तक हमारे देश में अपराध के मामले में कानून था कि कोई अपराध तथाकथित अपराध होता था, FIR होती थी, उसकी जांच होती थी. जांच के बाद मुकदमा चलता था, उसके बाद जज कहते थे कि ये दोषी है या निर्दोष. ऑर्डर के बाद दोषी को जेल होती थी, लेकिन अब इन्होंने पूरा कानून उल्टा कर दिया. अब किसी भी मामले में FIR होती है, तो उसमें जिसके नाम होते हैं या जिस पर शक होता है, सभी को जेल में डाल देते हैं. फिर जांच होती है, फिर मुकदमा चलता है, जब तक मुकदमे के बाद आदमी निर्दोष साबित ना हो जाए, तब तक वो जेल में रहता है. कोर्ट के हाथ बंधे हुए हैं, क्योंकि ये कानून मोदीजी ने बनाया है.
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