बिहार: सैनिटाइजेशन से कोविड टेस्ट तक, इस गांव के लोगों ने ऐसे बैन की कोरोना की एंट्री
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इस गांव का नाम कटैया है जो सुपौल जिला मुख्यालय से तकरीबन 15 किलोमीटर की दूरी पर है. इस गांव में स्थानीय लोगों ने जिस तरीके से अनुशासन का परिचय दिया है उसी के कारण कोरोना की दोनों लहरों में इस गांव का एक भी व्यक्ति संक्रमित नहीं हुआ है.
बिहार के सुपौल जिले के पिपरा प्रखंड में एक ऐसा गांव है जहां पर पिछले 2 सालों में कोविड-19 संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है. इस गांव का नाम कटैया है जो सुपौल जिला मुख्यालय से तकरीबन 15 किलोमीटर की दूरी पर है. इस गांव में स्थानीय लोगों ने जिस तरीके से अनुशासन का परिचय दिया है, उसी के कारण पिछले साल जब संक्रमण ने दस्तक दी और इस साल जब संक्रमण की दूसरी लहर आई, तब भी इस गांव में कोई भी मरीज संक्रमित नहीं हुआ.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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