बिहार: लालू के जन्मदिन पर मांझी से मिले तेज प्रताप, क्या आसान होगा सियासी उलटफेर?
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लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव अचानक ही जीतन राम मांझी से मिलने उनके घर पहुंच गए. आधे घंटे चली इस लंबी मुलाकात के बाद जब दोनों नेता बाहर निकले तो उन्होंने किसी भी तरह की राजनीतिक चर्चा से इंकार किया.
बिहार की राजनीति में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. आशंका जाहिर की जा रही है कि आने वाले समय में कोई बड़ा राजनीतिक उथलपुथल होने वाला है. शुक्रवार को आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) अध्यक्ष लालू यादव के जन्मदिन पर ऐसा ही कुछ देखने को मिला, जब उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव अचानक ही जीतन राम मांझी से मिलने उनके घर पहुंच गए. आधे घंटे चली इस लंबी मुलाकात के बाद जब दोनों नेता बाहर निकले तो उन्होंने किसी भी तरह की राजनीतिक चर्चा से इंकार किया. मांझी ने कहा कि उन्होंने ट्वीट करके और फोन पर बात करके लालू यादव को जन्मदिन की बधाई दी है. लालू यादव स्वस्थ हों, हम इसकी कामना करते हैं. मांझी ने कहा कि तेज प्रताप यादव के साथ कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई, सिर्फ युवाओं के संगठन को लेकर बात हुई. उन्होंने बताया कि तेज प्रताप ने एक गैर राजनीतिक संगठन को लेकर प्रस्ताव दिया है, जो सामाजिक मुद्दों को लेकर काम करेगी, जिसमें सभी राजनीतिक दलों के लोगों को बुलाया जाएगा और मैं भी जाऊंगा.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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