बिहार में BJP की 'वन मैन आर्मी' थे सुशील मोदी, लालू के संघर्ष के साथी, फिर बने सियासी विरोधी
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बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने X पर पोस्ट करके सुशील मोदी के निधन की जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि 'बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यसभा सांसद श्री सुशील कुमार मोदी जी के निधन पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि. यह बिहार भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति है.'
बिहार की राजनीति में बीजेपी का चेहरा रहे सुशील कुमार मोदी अब इस दुनिया में नहीं हैं. 72 साल के सुशील कुमार मोदी कैंसर से पीड़ित थे. बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने X पर पोस्ट करके उनके निधन की जानकारी दी. वह बिहार में बीजेपी का एक ऐसा चेहरा थे, जिनकी बदौलत बीजेपी की सियासत दशकों तक चमकती रही.
जब नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव के साथ महागठबंधन की सरकार बना ली, तब उसे तोड़कर वापस बीजेपी को सत्ता में लाने की धुरी सुशील मोदी ही रहे. उन्होंने लगातार एक के बाद एक 48 प्रेस कांफ्रेंस कर लालू यादव के परिवार को पूरी तरह एक्सपोज कर दिया.
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देश ने प्रखर वक्ता खो दिया- लालू
हालांकि, वह लालू प्रसाद यादव के राजनीतिक विरोधी थे, लेकिन जैसे ही सुशील मोदी के निधन की खबर मिली, राजद परिवार ने शोक संवेदना प्रकट की. राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने 1974 आंदोलन के छात्र नेता रहे पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि हमने एक संघर्ष और आंदोलन का साथी को खो दिया है. इनकी कमी हमेशा महसूस करूंगा.
लालू प्रसाद यादव ने कहा कि साल 74 के आंदोलन में हम दोनों ने साथ में संघर्ष और आंदोलन करके अपनी पहचान बनाई थी. साथ ही हमारे साथ छात्र आंदोलन में हमारी टीम के सदस्य थे. लालू प्रसाद यादव ने कहा कि इनके निधन से राज्य अपूर्णीय क्षति हुई है और इनकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी. देश ने एक प्रखर वक्ता और संघर्षों के बीच अपनी पहचान बनाने वाला नेता खो दिया है.
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