बिहार: अग्निपथ योजना के विरोध में बंद हुआ था इंटरनेट, उपभोक्ता फोरम में हुआ था मामला दर्ज, डाटा वापस करने पर कंपनी राजी
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आनंद ने उपभोक्ता फोरम के हेल्पलाइन पर प्रतिनिधियों से बातचीत की और कहा कि केवल मेरा ही नहीं, बिहार के लाखों लोगों के साथ ऐसा हुआ है. उन्हें उनकी वैद्यता और डेटा वापस मिलना चाहिए.
उपभोक्ता के रूप में आपको अपने अधिकार मालूम हैं तो आप अपनी कंपनियों से मिल रही सेवा में कोताही की शिकायत दर्ज करा सकते हैं. आपकी शिकायत पर एक्शन भी होता है और आपको परिणाम भी मिलता है. ताजा मामला बिहार के भोजपुर समेत 20 जिलों में 3 दिनों तक हुई इंटरनेट बंदी को लेकर सामने आया है. इस दौरान कई कंपनियों की इंटरनेट सेवा एहतियात के तौर पर बंद रही. उसके बाद एक उपभोक्ता के तौर पर अपने डाटा वापसी के लिए एक युवक ने इंटरनेट कंपनियों पर कंज्यूमर कोर्ट में केस दर्ज कराया. जिसकी शिकायत संख्या-3592864 है. इस शिकायत और खबर को आजतक ने प्रमुखता के साथ अपने वेवसाइट पर दिखाया था. उसके बाद फिर क्या था. सभी मीडिया हाउसों ने इंटरनेट कंपनियों के खिलाफ दर्ज हुई शिकायत की खबर को प्रमुखता छापा.
मामले को लेकर आज तक के प्रतिनिधि ने टेलीकॉम कंपनी के खिलाफ शिकायत करने वाले चरपोखरी निवासी आनंद प्रकाश से बातचीत की. आनंद ने जानकारी दी कि 22 जून को एयरटेल कंपनी के नोडल ऑफिसर के यहां से अभिषेक नाम के किसी अधिकृत व्यक्ति ने 9334430402 पर कॉल किया. उसके बाद उपभोक्ता आनंद प्रकार ने अपना खोया हुआ डाटा उस अधिकारी से मांगा. आनंद प्रकाश ने कहा कि कंपनी उनका डेटा वापस करे, जो नेट बंदी के दौरान कंपनी के पास रह गया है. कंपनी की ओर से डेटा की भरपाई मेन बैलेंस के माध्यम से करने की बात कही गई. उपभोक्ता ने कंपनी के इस ऑफर को ठुकरा दिया. उपभोक्ता आनंद ने कहा कि मुझे मेरा खोया हुआ डाटा और वैद्यता वापस चाहिए, ना कि मेन बैलेंस.
मामले में उपभोक्ता ने कंपनी को ये भी बताया कि एयरटेल के लाखों उपभोक्ता हैं. जिन्होंने नेट बंदी के दौरान अपना डेटा खोया है. उन सबका वापस करना होगा. इस मांग को सुनने के बाद कंपनी के पदाधिकारियों ने फोन डिसकनेक्ट कर दिया. उसके बाद कहा है कि आपके फीडबैक पर वापस रिप्लाई करेंगे. उसके बाद शिकायत की स्थिति जानने को लेकर शुक्रवार को राष्ट्रीय उपभोक्ता फोरम के 1800114000 पर आनंद ने कॉल किया. वहां से जानकारी मिली की आपकी सुनवाई हो चुकी है. कंपनी आपका खोया हुआ डेटा और वैद्यता वापस करने को तैयार हो गई हैं.
उसके बाद आनंद ने उपभोक्ता फोरम के हेल्पलाइन पर प्रतिनिधियों से बातचीत की और कहा कि केवल मेरा ही नहीं, बिहार के लाखों लोगों के साथ ऐसा हुआ है. उन्हें उनकी वैद्यता और डेटा वापस मिलना चाहिए. आनंद ने ये भी जोड़ा कि मैं कंपनी के रिस्पांस से संतुष्ट नहीं हूं. उसके बाद फोरम के प्रतिनिधियों की ओर से मामले को उपभोक्ता कमीशन में दर्ज करने की बात कही गई. इस घटना के बाद बिहार के लाखों मोबाइल उपभोक्ताओं में आस जगी है कि एक कंपनी की लूटमारी पकड़ी गई है और उनका भी डेटा वापस होगा.
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