बिजली संकट पर राहुल गांधी ने किया केंद्र का घेराव, कहा- सरकार को पहले ही चेताया था
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राहुल ने कहा कि मैंने मोदी सरकार को चेतावनी दी थी कि बिजली की मांग चरम पर होने के कारण कोयले के भंडार की कमी देश के लिए तकलीफ का कारण बनेगी, लेकिन सरकार ने इस मुद्दे को हल करने के बजाय एक इनकार जारी कर दिया था.
देश के कई राज्यों में बिजली संकट को लेकर अब विपक्षी दलों द्वारा केंद्र सरकार का घेराव होना शुरू हो गया है. इसी कड़ी में अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी केंद्र की मोदी सरकार को घेराव किया है. उन्होंने कहा कि भारत भीषण बिजली संकट से जूझ रहा है. ज्यादातर राज्यों में आम लोगों को 8 घंटे बिजली कटौती झेलनी पड़ रही है. राहुल ने कहा कि मैंने मोदी सरकार को चेतावनी दी थी कि बिजली की मांग चरम पर होने के कारण कोयले के भंडार की कमी देश के लिए तकलीफ का कारण बनेगी, लेकिन सरकार ने इस मुद्दे को हल करने के बजाय इसको लेकर एक इनकार जारी कर दिया था. राहुल ने इस मामले में एक फेसबुक पोस्ट किया है. गौरतलब है कि गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली की मांग बढ़ती जा रही है, वहीं दूसरी तरफ इसकी उपलब्धता में भारी कमी देखी जा रही है, जिसकी वजह से बिजली संकट गहराता जा रहा है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, झारखंड समेत देश के कई राज्यों में बिजली के संकट को देखते हुए कटौती शुरू हो गई है जिससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है. सबसे अधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश में कोयले का स्टॉक भी जरूरत के अनुपात में महज 26 फीसदी ही बचा है जिससे बिजली संकट और गहराने का खतरा बढ़ गया है. बताया जाता है कि यूपी के पास बस सात दिन का स्टॉक बचा है. हरियाणा के पास आठ, राजस्थान के पास 17 दिन का कोयला ही स्टॉक में बचा है. आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी कमोबेश यही हालात हैं. रेलवे के पास रैक की कमी ने भी संकट को और बढ़ा दिया है. रेलवे के पास इस समय केवल 412 रैक ही हैं जिसकी वजह से कोयले की ढुलाई में तेजी नहीं आ पा रही. यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने अधिकारियों के साथ बैठक कर बिजली संकट पर मंथन किया है.
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