!['बाबू जल्दी आओ ना...', कैब ड्राइवर ने महिला वकील को भेजा मैसेज, शेयर की आपबीती](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202501/67948da997939-oman-slams-uber-as-cab-driver-sends-inappropriate-texts-viral-post-prompts-action-250715984-16x9.jpg)
'बाबू जल्दी आओ ना...', कैब ड्राइवर ने महिला वकील को भेजा मैसेज, शेयर की आपबीती
AajTak
दिल्ली की एक वकील तान्या शर्मा ने उबर कैब ड्राइवर की अभद्रता को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी कहानी शेयर की. जिसके बाद महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है. तान्या ने बताया कि उन्होंने उबर ऐप से कैब बुक की, लेकिन बुकिंग के कुछ ही मिनटों बाद ड्राइवर ने उन्हें अशोभनीय मैसेज भेजने शुरू कर दिए.
दिल्ली की एक वकील तान्या शर्मा ने उबर कैब ड्राइवर की अभद्रता को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी कहानी शेयर की. जिसके बाद महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है. तान्या ने बताया कि उन्होंने उबर ऐप से कैब बुक की, लेकिन बुकिंग के कुछ ही मिनटों बाद ड्राइवर ने उन्हें अशोभनीय मैसेज भेजने शुरू कर दिए. यह घटना दिल्ली के पॉश इलाके में हुई, जिसे तान्या ने अपने जीवन का सबसे परेशान करने वाला अनुभव बताया. इस मैसेज से जुड़े उन्होंने स्क्रीन शॉट भी शेयर किया.
'महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल'
तान्या ने लिंक्डइन पर लिखा की हम 21वीं सदी में जी रहे हैं, लेकिन आज भी महिलाओं को इस तरह की घटनाओं का सामना करना पड़ता है. मैं समझ नहीं पा रही हूं कि ऐसा व्यवहार अभी भी क्यों हो रहा है.
तान्या ने इस घटना के तुरंत बाद बुकिंग कैंसिल की और उबर से शिकायत की. हालांकि, उन्होंने उबर के कस्टमर केयर पर सवाल उठाते हुए लिखा-क्या उबर का समाधान केवल सहानुभूति भरे मैसेज भेजना है? क्या यही तरीका है?.
सोशल मीडिया पर समर्थन और आक्रोश तान्या की पोस्ट वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी-अपनी आपबीती साझा की. एक यूजर ने लिखा की यह बेहद शर्मनाक है. महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना कंपनियों की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए.
उबर ने उठाया बड़ा कदम घटना के वायरल होने के बाद उबर ने तुरंत कार्रवाई की और आरोपी ड्राइवर को अपने प्लेटफॉर्म से बैन कर दिया. तान्या ने अपने फॉलो-अप पोस्ट में इस कदम की पुष्टि करते हुए लिखा की मैं शुक्रगुजार हूं कि लोगों ने मेरा समर्थन किया. उबर ने ड्राइवर को बैन कर दिया है, ताकि वह किसी और के साथ ऐसा न कर सके. लेकिन मैं चाहती हूं कि इस तरह के मामलों को और गंभीरता से लिया जाए.
![](/newspic/picid-1269750-20250212190808.jpg)
प्रयागराज में माघ पूर्णिमा के अवसर पर करीब 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई. इस दौरान शासन-प्रशासन हर मोर्चे पर चौकस रहा. योगी आदित्यनाथ ने सुबह 4 बजे से ही व्यवस्थाओं पर नजर रखी थी. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण ट्रेनों और बसों में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. देखें.
![](/newspic/picid-1269750-20250212003447.jpg)
हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास में शुक्ल पक्ष का 15वीं तिथि ही माघ पूर्णिमा कहलाती है. इस दिन का धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से खास महत्व है और भारत के अलग-अलग हिस्सों में इसे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है. लोग घरों में भी कथा-हवन-पूजन का आयोजन करते हैं और अगर व्यवस्था हो सकती है तो गंगा तट पर कथा-पूजन का अलग ही महत्व है.