'बकरीद में बचेंगे तो मोहर्रम में नाचेंगे', मल्लिकार्जुन खड़गे ने क्यों दिया ये बयान?
AajTak
कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे अपने लिए समर्थन जुटाने बुधवार को भोपाल पहुंचे. यहां मीडिया के साथ मजाकिया अंदाज में एक बात कह जाना, उनके लिए मुसीबत बन गया है. दरअसल मीडिया के एक सवाल के जवाब में उन्होंने बकरीद में बचेंगे तो मोहर्रम में नाचेंगे, कहावत कह दी, जिसके बाद वह बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं. अब बीजेपी उन पर गंभीर आरोप लगा रही है.
कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे बुधवार को भोपाल में थे. यहां उन्होंने पत्रकारो ने उनसे पूछा कि आने वाले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद का चेहरा कौन होगा? इस पर उन्होंने कहा कि पहले यह वाला (कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव) आंतरिक चुनाव तो निपट जाए. इसके बाद वह बोले कि हमारे यहां एक कहावत है- बकरीद में बचेंगे तो मोहर्रम में नाचेंगे. मल्लिकार्जुन खड़गे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चुनाव के लिए अपने लिए समर्थन मांगने भोपाल में थे.
वहीं उनके इस बयान पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है. बीजेपी ने उन पर मुसलमानों का अपमान करने का आरोप लगाया. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट किया- कांग्रेस परिवार द्वारा चुने गए पहले प्रॉक्सी अध्यक्ष पद के उम्मीदवार से पूछा गया कि 2024 में कांग्रेस का पीएम उम्मीदवार कौन होगा. इस पर उनका जवाब था, "बकरी में बचेंगे तो मोहर्रम में नाचेंगे." सबसे पहले मुहर्रम कोई जश्न नहीं बल्कि मातम है! यह मुसलमानों का बहुत अपमान है.
कांग्रेस में लोकतांत्रिक तरीके से होता है अध्यक्ष का चुनाव
खड़गे ने ट्विटर पर अपील की- कांग्रेस पार्टी ने अपना अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. कांग्रेस देश की एकमात्र राजनीतिक पार्टी है, जहां पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से पार्टी अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है.इस चुनाव में उम्मीदवार के रूप में मुझे आपके वोट और समर्थन की उम्मीद है.
खड़गे ने कहा कि उन्हें पहली बार इंदिरा गांधी ने संगठन में पद से नवाजा था. हमें पार्टी के उसूलों के साथ जुड़ना है. मेरी पहचान पार्टी और कार्यकर्ताओं से हैं. वह बोले कि एक छात्र नेता से लेकर राज्यसभा में एलओपी तक... जितना मैं मांग सकता हूं, उससे कहीं ज्यादा कांग्रेस ने मुझ पर विश्वास किया है. आज, मैं आपका समर्थन चाहता हूं क्योंकि मैं पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहा हूं. आपके भरोसे के साथ मैं अपनी पूरी क्षमता से पार्टी की सेवा करता रहूंगा.
वहीं पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने मल्लिकार्जुन खड़गे के पक्ष में मतदान की अपील की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे पीएम मोदी के आंख में आंख डालकर प्रश्न पूछते हैं. खड़गे जी मैं शब्द का प्रयोग नहीं करते. वह 50 साल में एक भी चुनाव नही हारे हैं.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.