फ्लैट का वादा, जाली सिग्नेचर से लोन और 4 करोड़ की ठगी... फ्रॉड करने में बैंक का पूर्व अफसर भी शामिल
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महाराष्ट्र के ठाणे (Thane) में फ्लैट खरीदारों से 4 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी का मामला सामने आया है. आरोप है कि फ्लैट के लिए दस्तावेज लेकर जाली सिग्नेचर (fake signature) करके बैंक से लोन ले लिया, लेकिन इसके बाद फ्लैट नहीं दिए. इस मामले की शिकायत मिलने के बाद बैंक के पूर्व अधिकारी समेत तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
महाराष्ट्र के ठाणे शहर (Thane) में फ्लैट खरीदारों (flat buyers) से 4 करोड़ की ठगी कर ली गई. इस मामले में पीड़ितों ने पुलिस से शिकायत की. पुलिस ने डेवलपर और एक सहकारी बैंक के पूर्व सीनियर अफसर समेत तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. इन पर आरोप है कि फ्लैट देने के बहाने 18 लोगों से 4 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर ली.
एजेंसी के अनुसार, यह धोखाधड़ी फरवरी 2017 से जून 2024 के बीच की गई. आरोपियों की पहचान कई निर्माण फर्मों के मालिक और साझेदार संतोष बाबूराव वाघमारे उर्फ टाइगर भाई, सहकारी बैंक के पूर्व सहायक महाप्रबंधक विनायक दिगंबर वाकणकर और बैंक में तत्कालीन वरिष्ठ क्लर्क जगदीश भाले के रूप में हुई है.
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शिकायत में कहा गया है कि संतोष बाबूराव वाघमारे ने पीड़ितों को अपने प्रोजेक्ट में फ्लैट देने का वादा किया था. फ्लैट को लेकर पैसे भी ले लिए थे. इसके बाद वाघमारे ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर बैंक से उनके जाली सिग्नेचर (fake signature) करके बैंक से लोन (Loan) स्वीकृत करवा लिया. इस तरह 4,10,91,273 रुपये की धोखाधड़ी की गई.
बैंक ने जब ऋण स्वीकृत कर दिया तो इसके बाद पीड़ितों की जानकारी के बिना ही पैसा वाघमारे की फर्मों के खातों में जमा होने लगा. पैसा लेने के बाद आरोपियों ने फ्लैट भी नहीं दिया. इस पर पीड़ितों को जब लगा कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है तो एक ने पुलिस से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई. शिकायत के आधार पर रबोड़ी पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
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