फायरिंग का टास्क, बिश्नोई-बराड़ गैंग में शामिल होने की चाहत और... हैरान कर देगी इन शूटर्स की कहानी
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गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग में शामिल होने की चाहत रखने वाले दोनों शूटर्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इन शूटर्स ने तीन दिसंबर को पंजाब के पूर्व विधायक दीप मल्होत्रा के घर के बाहर उन्हें डराने के लिए गोली चलाई थी. हैरान कर देने वाली यह है कि दोनों शूटर्स को इस बात की जानकारी नहीं थी कि वो गोली क्यों चला रहे हैं.
दिल्ली की सड़क पर सरेआम गोली चालाने वाले दोनों शूटरों को क्राइम ब्रांच पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक क्राइम ब्रांच ने एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला और दोनों बदमाशों को पकड़ने में कामयाब रही. शूटर्स की पहचान आकाश और अखिल के तौर पर हुई है. एक सोनीपत और दूसरा चरखी दादरी का रहने वाला है. ये दोनों बदमाश गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के लिए काम करना चाहते थे.
तीन दिसंबर को पंजाब के पूर्व विधायक दीप मल्होत्रा के घर के बाहर उन्हें डराने के लिए गोली चलाई थी. हैरान कर देने वाली यह है कि दोनों शूटर्स को इस बात की जानकारी नहीं थी कि वो गोली क्यों चला रहे हैं. उन्हें बस गोली चलाने का आदेश दिया गया था. इन्हें इस बात का आश्वासन दिया गया था कि अगर दोनों ऐसा कर पाएंगे तो उन्हें गैंग में शामिल कर लिया जाएगा.
दीप मल्होत्रा के घर गोली चलाने वाले शूटर्स गिरफ्तार
दीप मल्होत्रा पंजाब के फरीदकोट से विधायक रह चुके हैं और इनका शराब का कारोबार है. फायरिंग की वारदात के पहले गोल्डी बराड़ ने दीप मल्होत्रा को वॉइस मैसेज भेजे थे और वसूली के लिए फोन भी किया था. जब दीप मल्होत्रा ने उनकी बातें नहीं सुनी तो गैंग ने उनके घर गोलियां चलवा दीं.
जिस तरीके से बदमाशों ने सरेआम पंजाबी बाग जैसे व्यस्त इलाके में शाम के वक्त गोली चलाई थी. तभी से पुलिस इनकी तलाश में जुट गई थी. पुलिस के सामने सबसे पहले इन दोनों बदमाशों के पहचान की चुनौती थी. पुलिस इस बात का आईडिया था कि लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ ऐसे कामों में अक्सर नए लड़कों का इस्तेमाल करते हैं. ताकि पुलिस उनकी पहचान न कर सके.
शूटर्स को पकड़ने के लिए पुलिस ने 1000 CCTV कैमरे खंगाले
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