'प्लास्टिक के कंटेनर में खाना देना बंद करें...' महिला की Zomato को सलाह, CEO दीपिंदर गोयल ने दिया जवाब
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महिला ने जोमैटो को सलाह दी कि प्लास्टिक के कंटेनर्स में खाना देना बंद करें. वो पेशे से एक न्यूट्रिशनिस्ट है. उसकी सलाह पर कंपनी के CEO दीपिंदर गोयल ने रिप्लाई किया है.
फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो या स्विगी से जब आप खाना ऑर्डर करते हैं, तो वो प्लास्टिक के कंटेनर में पैक होकर आता है. इस बात से हर कोई वाकिफ है. साथ ही लोग ये बात भी जानते हैं कि प्लास्टिक के संपर्क में आने से गर्म खाना सेहत को नुकसान पहुंचाता है. हालांकि फिर भी शायद ही कभी किसी का ध्यान इस तरफ गया हो. इस बीच एक महिला ने ये मुद्दा सोशल मीडिया पर उठाया. उसने जोमैटो को सलाह दी कि प्लास्टिक के कंटेनर्स में खाना देना बंद करें. वो पेशे से एक न्यूट्रिशनिस्ट है. उसकी सलाह पर कंपनी के CEO दीपिंदर गोयल ने रिप्लाई किया है.
न्यूट्रिशनिस्ट ल्यूक कॉटिन्हो के सोशल मीडिया पोस्ट पर दीपिंदर गोयल ने रिप्लाई करते हुए उन्हें इस मुद्दे को उठाने के लिए धन्यवाद कहा. अपने पोस्ट में, ल्यूक ने कहा कि कई रेस्टोरेंट नॉन-प्लास्टिक कंटेनर का उपयोग कर रहे हैं क्योंकि वो जानते हैं कि प्लास्टिक में पड़ा गर्म खाना लोगों को बीमार कर सकता है.
ल्यूक ने कहा, 'स्विगी, जोमैटो, रेस्टोरेंट्स. कृपया ये सुनिश्चित करने के लिए अपने पार्टनर्स के साथ काम करें कि खाने की डिलीवरी बायोडिग्रेडेबल नॉन-प्लास्टिक कंटेनरों में हो. कई रेस्टोरेंट पहले से ही ऐसा करते हैं. आप भी ऐसा करें. खाना और हेल्थ डिलीवर करें. प्लास्टिक में गर्म खाना लोगों को बीमार बना रहा है.'
रासायनिक रिसाव और पर्यावरणीय प्रभाव से संबंधित कई कारणों से प्लास्टिक कंटेनर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं. कई प्लास्टिक में बिस्फेनॉल और फेथलेट्स जैसे रसायन होते हैं, जो खाना और पेय पदार्थों में घुल सकते हैं, खासकर जब गर्मी या एसिडिक परिस्थितियों के संपर्क में आते हैं. दीपिंदर गोयल ने ल्यूक की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'इस मुद्दे को सामने लाने के लिए ल्यूक को धन्यवाद. हम वो करेंगे जो हम कर सकते हैं. उन रेस्टोरेंट को हाइलाइट करेंगे, जो सुरक्षित पैकेजिंग करते हैं, ताकि ग्राहक अधिक सचेत होकर विकल्प चुन सकें.'
एक अन्य पोस्ट में, ल्यूक ने उनकी चिंता को स्वीकार करने के लिए दीपिंदर गोयल को भी धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, 'कुछ दिन पहले हमें इस चिंता का एहसास हुआ क्योंकि ये स्वास्थ्य पर बड़े पैमाने पर प्रभाव डाल रहा है. इसे स्वीकार करने और एक्शन लेने की ओर बढ़ने के लिए दीपिंदर गोयल और जोमैटो को धन्यवाद. ये चीज एक हेल्दी देश बनाने के दृष्टिकोण के साथ एक साथ आगे आने को लेकर भी है, धन्यवाद. मुझे और मेरी टीम को भी मदद करने में खुशी होगी.'
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