'प्रोटेम स्पीकर पर फैसला परंपरा के खिलाफ', बोले जयराम रमेश, किरेन रिजिजू ने किया पलटवार
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कांग्रेस नेता जयराम रमेश के बयान पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि मुझे बहुत खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि कांग्रेस पार्टी इस तरह की बातें करती है. सबसे पहले तो उन्होंने प्रोटेम स्पीकर को लेकर मुद्दा बनाया. प्रोटेम स्पीकर का यह पद बहुत ही अस्थायी होता है, वे नए स्पीकर के चुनाव तक अपनी भूमिका निभाते हैं.
बीजेपी सांसद भर्तृहरि महताब को 18वीं लोकसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है. इस पर सियासत गरमा गई है. कांग्रेस ने इस फैसले पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है. जयराम रमेश ने कहा कि परंपरा के अनुसार जो सांसद अधिकतम कार्यकाल पूरा कर लेता है, उसे प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाता है, इसलिए जो फैसला किया गया है, वह परंपरा के खिलाफ है. 18वीं लोकसभा में कांग्रेस के कोडिकुन्निल सुरेश और वीरेंद्र कुमार (बीजेपी) दोनों ही अपना 8वां कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. वीरेंद्र कुमार अब मंत्री हैं. इसलिए, उम्मीद थी कि के सुरेश को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाएगा, लेकिन भाजपा के भर्तृहरि महताब को नियुक्त किया गया है. उन्होंने कहा कि वे (भाजपा) 'बुलडोजर की राजनीति' की मानसिकता से उबर नहीं पाए हैं.
जयराम रमेश ने कहा कि मुझे लगता है कि पीएम मोदी दलितों के खिलाफ हैं, के. सुरेश दलित हैं. हर कोई सोच रहा था कि के. सुरेश प्रोटेम स्पीकर होंगे. हमें संविधान के आधार पर 2024 का जनादेश मिला है. वे संविधान बदलना चाहते थे. इसलिए हम कह रहे हैं कि वे दलितों के खिलाफ हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करके संविधान का अपमान किया गया है.
कांग्रेस नेता के इस बयान पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि मुझे बहुत खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि मुझे शर्म आती है कि कांग्रेस पार्टी इस तरह की बातें करती है. सबसे पहले तो उन्होंने प्रोटेम स्पीकर को लेकर मुद्दा बनाया. प्रोटेम स्पीकर का यह पद बहुत ही अस्थायी होता है, वे नए स्पीकर के चुनाव तक अपनी भूमिका निभाते हैं, उन्हें कोई भी व्यावसायिक लेन-देन या कुछ भी नहीं करना होता है और प्रोटेम स्पीकर की भूमिका सीमित होती है. उन्होंने भर्तृहरि महताब के नाम पर आपत्ति जताई. भर्तृहरि महताब लगातार 7 बार के सांसद हैं और इस समय वे सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले सदस्य हैं. उन्होंने (कांग्रेस) सुरेश कोडईकनाल का नाम लिया, उनका कुल कार्यकाल 8 बार का रहा है, लेकिन वह लगातार 8 बार के सांसद नहीं हैं. 1998 और 2004 के आम चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. उन्होंने कहा कि व्यवस्था का उल्लंघन सिर्फ उन्हीं लोगों को महसूस होगा, जिन्होंने व्यवस्था और उसके नियमों को नहीं पढ़ा है. हमने इसी परंपरा का पालन किया है.
किरेन रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस ने प्रोटेम स्पीकर को लेकर मुद्दा बनाया है. हम सब और प्रधानमंत्री मोदी की इच्छा है कि ये स्पेशल सेशन अच्छे से चले, विशेष सत्र आराम से चलता है. देश हम लोगों को देख रहा है. आज कांग्रेस ने कहा कि प्रोटेम स्पीकर बनाते समय बीजेपी ने नियम को तोड़ा है.
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