'प्रवासी मजदूरों के हाथ में नगदी दे सरकार', पलायन शुरू होते ही बोले राहुल गांधी
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एक तरफ देश में कोरोना के मामलों ने फिर रफ्तार पकड़ ली है, तो वहीं लॉकडाउन की आशंका के बीच एक बार फिर से प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है. इस पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को वैक्सीनेशन बढ़ाने के साथ-साथ मजदूरों को पैसे देने का सुझाव दिया है.
देश में कोरोना के आंकड़ों ने फिर से डराना शुरू कर दिया है. कोरोना के लौटते ही पाबंदियां और सख्तियां भी लौट आई हैं. इस बीच दोबारा टोटल लॉकडाउन लगने का डर भी सताने लगा है. यही वजह है कि प्रवासी मजदूरों का जो पलायन पिछले साल देखने को मिला था, वैसे ही पलायन की शुरुआत इस साल भी हो चुकी है. इस पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को कुछ सुझाव भी दिए हैं, साथ ही तंज भी कसा है. केंद्र सरकार की फ़ेल नीतियों से देश में कोरोना की भयानक दूसरी लहर है और प्रवासी मज़दूर दोबारा पलायन को मजबूर हैं। टीकाकरण बढ़ाने के साथ ही इनके हाथ में रुपय देना आवश्यक है- आम जन के जीवन व देश की अर्थव्यवस्था दोनों के लिए। लेकिन अहंकारी सरकार को अच्छे सुझावों से ऐलर्जी है! राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, "केंद्र सरकार की फेल नीतियों से देश में कोरोना की भयानक दूसरी लहर है और प्रवासी मजदूर दोबारा पलायन को मजबूर हैं. सरकार को वैक्सीनेशन बढ़ाने के साथ-साथ ही इनके हाथ में रुपये देना जरूरी है. ये न सिर्फ आम जनजीवन बल्कि देश की अर्थव्यवस्था दोनों के लिए बेहतर होगा." हालांकि, राहुल गांधी ने अगली ही लाइन में केंद्र सरकार पर तंज भी कसा. उन्होंने आगे लिखा, "लेकिन अहंकारी सरकार को अच्छे सुझावों से एलर्जी है!"मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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