पूर्व नाजी सैनिक की तारीफ कर घिरे ट्रूडो, रूस ने दिखाई आंखें तो मांगनी पड़ी माफी
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कनाडाई पीएम ट्रूडो ने कहा कि मैं सभी कनाडाई लोगों, दुनियाभर के यहूदियों और यूक्रेन के लोगों के सामने माफी मांगता हूं. शुक्रवार (पूर्व नाजी सैनिक की तारीफ) को जो हुआ, उसके लिए संसद की ओर से माफी मांगता हूं.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्स के पूर्व स्पीकर एंथोनी रोटा द्वारा एक नाजी पूर्व सैनिक की प्रशंसा करने के बाद माफी मांगी. ट्रूडो ने कहा कि वह विशेष रूप से इस बात से दुखी हैं कि इससे ज़ेलेंस्की को परेशानी का सामना करना पड़ा. दरअसल, इस घटना के बाद रूस भड़क गया था, क्रेमलिन ने कहा था कि पूरी कनाडाई संसद को सार्वजनिक रूप से नाज़ीवाद की निंदा करनी चाहिए.
स्पीकर एंथोनी रोटा ने 22 सितंबर को सदन में सार्वजनिक रूप से नाजी यूनिट में काम कर चुके पूर्व सैनिक यारोस्लाव हुंका की तारीफों के पुल बांधे थे. इतना ही नहीं, उन्होने हुंका को युद्ध का हीरो तक बता दिया था. हालांकि इस तारीफ के बाद उनकी भी जमकर किरकिरी हुई, लिहाजा उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था. पद छोड़ने से पहले उन्होंने कहा था कि जो कुछ हुआ उसके लिए वह पूरी तरह जिम्मेदार हैं.
वहीं कनाडाई पीएम ट्रूडो ने कहा कि मैं सभी कनाडाई लोगों, दुनियाभर के यहूदियों और यूक्रेन के लोगों के सामने माफी मांगता हूं. शुक्रवार (पूर्व नाजी सैनिक की तारीफ) को जो हुआ, उसके लिए संसद की ओर से माफी मांगता हूं. इस घटना के लिए हाउस ऑफ कॉमन्स के पूर्व स्पीकर रोटा ही जिम्मेदार थे. इसलिए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने जिम्मेदारी स्वीकार की है. यह एक ऐसी गलती थी, जिससे संसद और कनाडा को बहुत शर्मिंदगी उठानी पड़ी.
हम अनजाने में तालियां बजा रहे थेः कनाडाई पीएम
हम सभी उस वक्त संसद में मौजूद थे, लेकिन हमें इस बात पर गहरा अफसोस है कि हम इस पूरे संदर्भ से अनभिज्ञ होने के बावजूद खड़े होकर तालियां बजा रहे थे. ट्रूडो ने कहा कि यह नरसंहार में मारे गए लाखों लोगों का अपमान था. यह यहूदी लोगों के लिए बेहद दर्दनाक था. यह सुनिश्चित करना हम सभी पर निर्भर है कि जो कुछ हुआ उसे कोई कभी न भूलें.
ट्रूडो बोले- इस घटना की राजनीतिकरण हुआ
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने गुरुवार को युद्ध और मानवता के खिलाफ अपराधों को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया. आईसीसी ने नेतन्याहू और गैलेंट पर मानवता के खिलाफ अपराधों का आरोप लगाया, जिसमें हत्या, उत्पीड़न और अमानवीय कृत्यों की बात कही गई.